अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी का दुनियाभर के प्रतिष्टित शिक्षण संस्थानों के साथ टाईअप है इसाक फायदा भी छात्रों को मिलता है। फिलहाल मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी, इंस्टीट्यूट ऑफ न्यू इकॉनोमिक थिंकिंग और एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट मैसूर सहित दुनिया के जाने माने संस्थान अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी के साथ बेहतर शिक्षा पर काम कर रहे हैं।
अजीम प्रेमजी फाउंडेशन ने बेंगलुरू में पहली यूनिवर्सिटी बनाई थी। अब भोपाल के पास
कान्हासैया में 20 हेक्टेयर जमीन लीज पर देने के लिये मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बनी समिति ने मंजूरी दे दी है। सीएस भोपाल विकास योजना क्षेत्र के लिए नजूल निर्वतन समिति के अध्यक्ष हैं। सरकारी सूत्रों की माने तो अजीम प्रेमजी फाउंडेशन को 99 साल की लीज पर 20.234 हेक्टेयर देने पर सहमति दे दी गई है।
मुख्यमंत्री कार्यालय के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी के अनुसार मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली कमेटी ने अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी को जमीन देने पर मंजूरी दे दी है। कुछ प्रक्रिया के बाद आदेश जारी हो जाएंगे। वही उच्च शिक्षा विभाग के पीएस अनुपम राजन के अनुसार अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी के बनने के बाद देश के एडुकेशनल मैप पर राजधानी भोपाल भी दिखने लगेगा।
यूनिवर्सिटी के लिये प्रदेश सरकार का नगरीय विकास विभाग और उच्च शिक्षा विभाग ने भी हरी झंडी दे दी है। माना जा रहा है कि भूमि बाजार दर से 25% राशि पर देने के लिये मुख्यमंत्री की सहमति के बाद इसके आदेश भी जारी हो जाएंगे। यूनिवर्सिटी का काम इसी माह दिसम्बर में शुरु हो जाएगा। जमीन की कीमत लगभग 13 करोड़ रुपये आंकी गई है। बताया जा रहा है कि कान्हासैया से पहले वाल्मी के पास की भूमि फाइनल की गई थी पर वन विभाग के अडंगे के चलते जगह बदलनी पड़ी। बताया जा रहा है कि यूनिवर्सिटी पहले छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में खुलने वाली थी।