दरअसल, मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में पूर्व सीएम बाबूलाल गौर की श्रद्धांजलि सभा में हिस्सा लेने पहुंची साध्वी प्रज्ञा ने इस बात की आशंका जाहिर की है। सांसद प्रज्ञा ने एक किस्सा सुनाते हुआ कहा कि मैं जब चुनाव लड़ रही थी, तब एक महाराज जी आए थे तो उन्होंने कहा था कि ये बहुत बुरा समय चल रहा है। विपक्ष एक शक्ति का प्रयोग आपकी पार्टी और उसके नेताओं के लिए कर रहा है। ऐसे में आप सावधान रहें।
साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि इसके बाद मैं यह भूल गई थी लेकिन अब जब मैं यह देखती हूं कि हमारी पार्टी के नेता यूं एक के बाद एक जा रहे हैं तो मुझे उन महाराज जी की बात याद आ रही है। भले ही आप विश्वास करे या ना करें। पर यही सत्य है और ये हो रहा है।
मैं शौचालय साफ करवाने के लिए नहीं बनी हूं सांसद
यह कोई पहला मामला नहीं है कि जब साध्वी इस तरह की बेतुकी बात कर रही हैं। वो भी बिना किसी आधार के। इससे पहले भी वह कई बार ऐसी बात कर चुकी हैं। साध्वी प्रज्ञा ने पिछले दिनों ही कहा था कि मैं सांसद शौचालय साफ करवाने के लिए नहीं बनी हूं। मेरा जो काम है, वो मुझसे करवाइए। उसके बाद इस बयान पर खूब विवाद हुआ था कि साध्वी पीएम मोदी की योजना को सीधे-सीधे चुनौती दे रही हैं।
यह कोई पहला मामला नहीं है कि जब साध्वी इस तरह की बेतुकी बात कर रही हैं। वो भी बिना किसी आधार के। इससे पहले भी वह कई बार ऐसी बात कर चुकी हैं। साध्वी प्रज्ञा ने पिछले दिनों ही कहा था कि मैं सांसद शौचालय साफ करवाने के लिए नहीं बनी हूं। मेरा जो काम है, वो मुझसे करवाइए। उसके बाद इस बयान पर खूब विवाद हुआ था कि साध्वी पीएम मोदी की योजना को सीधे-सीधे चुनौती दे रही हैं।
श्राप से हुई मौत
साध्वी प्रज्ञा तंत्र-मंत्र पर लगता है कि खूब यकीन करती हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान जब बीजेपी ने इन्हें भोपाल से उम्मीदवार बनाया था। तब भी वह कुछ इसी तरह की बात की थीं। उन्होंने उस वक्त कहा था कि मुंबई एटीएस के चीफ रहे हेमंत करकरे की मौत श्राप की वजह से हुई है। वो श्राप मैंने ही दिया था। जबकि मुंबई हमले के दौरान आतंकियों से लड़ते हुए हेमंत करकरे शहीद हुए थे। साध्वी के इस बोल पर भी खूब विवाद हुआ है।
साध्वी प्रज्ञा तंत्र-मंत्र पर लगता है कि खूब यकीन करती हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान जब बीजेपी ने इन्हें भोपाल से उम्मीदवार बनाया था। तब भी वह कुछ इसी तरह की बात की थीं। उन्होंने उस वक्त कहा था कि मुंबई एटीएस के चीफ रहे हेमंत करकरे की मौत श्राप की वजह से हुई है। वो श्राप मैंने ही दिया था। जबकि मुंबई हमले के दौरान आतंकियों से लड़ते हुए हेमंत करकरे शहीद हुए थे। साध्वी के इस बोल पर भी खूब विवाद हुआ है।