हालांकि अब इन खबरों पर मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने सफाई भी दी है। लेकिन इसे लेकर कई तरह की चर्चाएं हैं कि आखिर ज्योतिरादित्य सिंधिया मंत्री से नाराज क्यों हो गए। कई चर्चाएं हैं। लेकिन एक बैनर भी सामने आई है, इस बैनर को लेकर कहा जा रहा है कि शायद ज्योतिरादित्य इसकी वजह से नाराज हो सकते हैं। जो बैनर है, उसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया की तस्वीर ऊपर लगी है और मंत्री गोविंद सिंह राजपूत की तस्वीर नीचे है।
इससे हो सकते हैं नाराज
बैनर में लगी तस्वीर में ज्योतिरादित्य सिंधिया ऊपर और गोविंद सिंह राजपूत नीचे हैं। लेकिन नाम में सिंधिया की तस्वीर के आगे मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का नाम लिखा हुआ है और उनके कार्यक्रम की जानकारी दी गई है। उसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम नीचे लिख उनके कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी गई है। ऐसे में चर्चा यह है कि शायद ज्योतिरादित्य सिंधिया की नजर इस पर पड़ी हो और वो नाराज हो गए हों।
बैनर में लगी तस्वीर में ज्योतिरादित्य सिंधिया ऊपर और गोविंद सिंह राजपूत नीचे हैं। लेकिन नाम में सिंधिया की तस्वीर के आगे मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का नाम लिखा हुआ है और उनके कार्यक्रम की जानकारी दी गई है। उसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम नीचे लिख उनके कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी गई है। ऐसे में चर्चा यह है कि शायद ज्योतिरादित्य सिंधिया की नजर इस पर पड़ी हो और वो नाराज हो गए हों।
गोविंद सिंह राजपूत के साथ हुआ यह
दरअसल, उज्जैन के गोपाल मंदिर में सिंधिया ने राजपूत को बिल्कुल तवज्जो नहीं दी। सिंधिया जब कार्यकर्ताओं के साथ मंदिर की गैली में पहुंचे तो गेट लगा दिए और मंत्री राजपूत को दस मिनट इंतजार करना पड़ा, बावजूद इसके गेट नहीं खोला। वहीं बाबा की पूजन के दौरान भी मंत्री राजपूत अलग थलग ही दिखे। बाबा महाकाल की सवारी का पूजन करने राजस्व मंत्री गोविंद सिंह रात आठ बजे के करीब गोपाल मंदिर पहुंचे थे। उन्होंने पहले मंदिर में जाकर दर्शन किए और कार्यकर्ताओं के साथ खड़े हो गए।
दरअसल, उज्जैन के गोपाल मंदिर में सिंधिया ने राजपूत को बिल्कुल तवज्जो नहीं दी। सिंधिया जब कार्यकर्ताओं के साथ मंदिर की गैली में पहुंचे तो गेट लगा दिए और मंत्री राजपूत को दस मिनट इंतजार करना पड़ा, बावजूद इसके गेट नहीं खोला। वहीं बाबा की पूजन के दौरान भी मंत्री राजपूत अलग थलग ही दिखे। बाबा महाकाल की सवारी का पूजन करने राजस्व मंत्री गोविंद सिंह रात आठ बजे के करीब गोपाल मंदिर पहुंचे थे। उन्होंने पहले मंदिर में जाकर दर्शन किए और कार्यकर्ताओं के साथ खड़े हो गए।
करीब पंद्रह मिनट बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट के साथ मंदिर पहुंचे। दोनों साथ ही में कार से इंदौर आए थे। सिंधिया सीधे मंदिर में दर्शन करने पहुंच गए। दर्शन के बाद वे मंदिर की गैलरी में मंत्री सिलावट और अन्य कांग्रेसी नेताओं के साथ पहुंच गए। इस दौरान मंत्री राजपूत की तरफ ध्यान नहीं दिया। वह गैलरी के पास जाकर गेट खोलने को भी कहा तो कोई ध्यान नहीं दिया गया।
सफाई मंत्री ने कहा ये
मीडिया में चल रही खबरों पर मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने अब सफाई भी दी है। उन्होंने कहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया हमारे नेता, मीडिया के पास नाराजगी नापने का कौन सा यंत्र है, वो यंत्र हमें जरूर दिखाएं।
मीडिया में चल रही खबरों पर मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने अब सफाई भी दी है। उन्होंने कहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया हमारे नेता, मीडिया के पास नाराजगी नापने का कौन सा यंत्र है, वो यंत्र हमें जरूर दिखाएं।