बैनर में लगी तस्वीर में ज्योतिरादित्य सिंधिया ऊपर और गोविंद सिंह राजपूत नीचे हैं। लेकिन नाम में सिंधिया की तस्वीर के आगे मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का नाम लिखा हुआ है और उनके कार्यक्रम की जानकारी दी गई है। उसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम नीचे लिख उनके कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी गई है। ऐसे में चर्चा यह है कि शायद ज्योतिरादित्य सिंधिया की नजर इस पर पड़ी हो और वो नाराज हो गए हों।
दरअसल, उज्जैन के गोपाल मंदिर में सिंधिया ने राजपूत को बिल्कुल तवज्जो नहीं दी। सिंधिया जब कार्यकर्ताओं के साथ मंदिर की गैली में पहुंचे तो गेट लगा दिए और मंत्री राजपूत को दस मिनट इंतजार करना पड़ा, बावजूद इसके गेट नहीं खोला। वहीं बाबा की पूजन के दौरान भी मंत्री राजपूत अलग थलग ही दिखे। बाबा महाकाल की सवारी का पूजन करने राजस्व मंत्री गोविंद सिंह रात आठ बजे के करीब गोपाल मंदिर पहुंचे थे। उन्होंने पहले मंदिर में जाकर दर्शन किए और कार्यकर्ताओं के साथ खड़े हो गए।
मीडिया में चल रही खबरों पर मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने अब सफाई भी दी है। उन्होंने कहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया हमारे नेता, मीडिया के पास नाराजगी नापने का कौन सा यंत्र है, वो यंत्र हमें जरूर दिखाएं।