प्रोजेक्ट की भेंट चढ़ रही हरियाली
राजधानी में हरियाली घट रही है। कई बड़े प्रोजेक्ट के लिए पेड़ों को काटा जा रहा है। विकास कार्यों के दौरान पेड़ों की जड़ें काटे जाने से अधिकतर पेड़ सूख गए हैं। इससे शहर में सूखे पेड़ों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट, बीआरटीएस, अमृत प्रोजेक्ट की पाइप लाइन और सीवेज प्रोजेक्ट के दौरान की गई खुदाई में सड़क किनारे लगे हरे-भरे पेड़ों की जड़ें कटीं और ये सूख गए। अब इन्हीं सूखे पेड़ों को सुंदर बनाने के लिए नगर निगम रंग-रोगन करवा रहा है।
राजधानी में हरियाली घट रही है। कई बड़े प्रोजेक्ट के लिए पेड़ों को काटा जा रहा है। विकास कार्यों के दौरान पेड़ों की जड़ें काटे जाने से अधिकतर पेड़ सूख गए हैं। इससे शहर में सूखे पेड़ों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट, बीआरटीएस, अमृत प्रोजेक्ट की पाइप लाइन और सीवेज प्रोजेक्ट के दौरान की गई खुदाई में सड़क किनारे लगे हरे-भरे पेड़ों की जड़ें कटीं और ये सूख गए। अब इन्हीं सूखे पेड़ों को सुंदर बनाने के लिए नगर निगम रंग-रोगन करवा रहा है।
स्वच्छ सर्वेक्षण-2020 में तय मानकों के अनुसार काम कर रहे हैं। सूखे पेड़ों का रंग-रोगन भी इसी का हिस्सा है। इससे शहर की स्वच्छता रैंकिंग के अंकों में बढ़ोतरी की उम्मीद है। राजेश राठौर, अपर आयुक्त, नगर निगम