सर्टिफिकेट देने से किया इंकार
पुलिस ने बताया कि ट्रेनी नर्स ने भेल कस्तूरबा नर्सिंग कॉलेज से बीएससी नर्सिंग की डिग्री ली थी। डिग्री के बाद वह नवम्बर २०१७ से अस्पताल में इंटर्नशिप कर रही थी। नर्स की ओर से तीन महीने की छुट्टी पर रहने की वजह से डॉ सुनील कुमार गुप्ता ने उसको इंटर्नशिप सर्टिफिकेट देने से इंकार कर दिया। नर्स ने बार-बार मिन्नतें की तो डॉ. ने सर्टिफिकेट जारी करने के बदले उससे शारीरिक संबंध बनाने की मांग रख दी। नर्स के तैयार न होने पर डॉक्टर लगातार उसे परेशान करने लगा। कभी वाट्सएप पर अश्लील मैसेज भेजता तो कभी उससे साथ बाहर घूमने चलने की बात कहता।
शाम को हेल्पलाइन पर शिकायत, सुबह गिरफ्तारी
युवती ने शिकायत में बताया कि पिछले कुछ दिनों से डॉक्टर की हरकतें काफी बढ़ गई थी सोमवार सुबह १० बजे डॉक्टर ने नर्स को अकेले केबिन में बुलाकर बुरी नियत से छेड़छाड़ की। डॉक्टर की ओर से बार-बार संबंध बनाने का दबाव बनाने से परेशान नर्स ने बढ़ती हरकतों के बाद रात को महिला हेल्पलाइन पर फोन करके डॉक्टर की शिकायत की। हेल्प लाइन ने गोविंदपुरा पुलिस को जानकारी दी, लेकिन युवती ने रात को थाने आने मे असमर्थता जताई।
घंटे भर समझौते की कोशिश, दो घंटे में जमानत
हाईप्रोफाइल मामला होने के चलते गोविंदपुरा पुलिस दबाव में नजर आई। सुबह थाना पुलिस ने डॉक्टर को थाने बुलाया, इसी बीच पीडि़त युवती भी थाने पहुंच गई। पीडि़ता और आरोपी का आमना-सामने होते ही पहले तो पुलिसकर्मी सकते में आ गए फिर एक घंटे तक दोनों के बीच समझौता कराने की कोशिश करते रहे। लेकिन युवती अपने आरोपों पर डटी रहकर एफआईआर दर्ज कराने पर अड़ी रही। आखिर में पुलिस ने एफआईआर दर्ज करते हुए डॉक्टर को गिरफ्तार किया लेकिन हवालात में रखने के बजाए तुरंत ही कोर्ट में पेश कर दिया जहां से डॉक्टर गुप्ता को जमानत मिल गई।