भेल भोपाल को इलेक्ट्रिक ट्रेक्शन मोटर तैयार करने में महारत हासिल – भेल भोपाल इकाई के वरिष्ठ प्रवक्ता राघवेंद्र शुक्ल ने बताया कि भेल भोपाल को इलेक्ट्रिक ट्रेक्शन मोटर तैयार करने में महारत हासिल है। यहां तैयार की गई मोटरों में अब तक किसी भी तरह की खामी सामने नहीं आई है। यह मोटर पूरी तरह पर्यावरण के अनुकूल भी होती है। इससे पहले भी भेल ने रेलवे को अलग—अलग रेटिंग के इलेक्ट्रिक इंजन के लिए 450 से अधिक मोटरों की आपूर्ति की है।
आगामी दिनों में इलेक्ट्रिक मोटर सहित कोच विकसित करने का काम – भेल की इकाइयां इससे पहले इलेक्ट्रिक बसें भी बना चुकी हैं। भेल की त्रिची इकाई में इलेक्ट्रिक बसें बनाने का काम होता है। ये इलेक्ट्रिक बसें दिल्ली, गोरखपुर शहरों में चल रही हैं। बेंगलुरु, झांसी सहित अन्य इकाइयों में अलग-अलग उपकरण बनाए जाते हैं। हालांकि मोटर बनाने का काम भेल भोपाल में होता है। भेल को मेट्रो व बुलैट ट्रेन के लिए भी काम मिलने की उम्मीद है. भेल को आगामी दिनों मेट्रो व बुलैट ट्रेन के विकास पर काम करना है। मेट्रो के कोच बनाने के लिए जापान की कंपनी से भी करार हो चुका है। वहीं बुलैट ट्रेन के मोटर सहित अन्य उपकरण बनाने के लिए भी करार हो चुका है। इसके साथ ही भेल भोपाल में आगामी दिनों में इलेक्ट्रिक मोटर सहित कोच विकसित करने का काम भी शुरू होगा।