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रंगपंचमी पर इंदौर में ऐतिहासिक गेर
महाभारत की द्रुत क्रीड़ा, युधिष्ठर और द्रौपदी का कथानक
वृन्दा कथक केन्द्र की ओर से आयोजित चक्रधर महोत्सव में अमृता जागम का भरतनाट्यम और एकता मिश्रा का कथक नृत्य हुआ। बेंगलूरु की नृत्यभूषण अमृता जागम ने भरतनाट्यम में रामचन्द्र की शबरी मोक्षम और सीता स्वयंवर को थोडई मंगलम में पेश किया जो ताल, राग मलिका में रही। इसके बाद शब्दम् में राग मलिका, ताल मिश्र चापू में अपनी प्रस्तुति दी। जिसमें महाभारत की द्रुत क्रीड़ा, युधिष्ठर और द्रौपदी का कथानक पेश किया। कथक प्रस्तुति में लखनऊ की एकता मिश्रा ने राम वंदना के बाद तीन ताल में शुद्ध पारंपरिक कथक किया। अंत में ठुमरी ‘‘छोडो छोड़ो बिहारी की मनमोहक प्रस्तुति दी। रायगढ़ घराने के शुद्ध कथक पर समूह नृत्य की प्रस्तुति दी।