यह भागवत कथा का वाचन प्रतिदिन दोपहर दो बजे से शाम पांच बजे के बीच २५ दिसंबर तक किया जाएगा। कलश यात्रा में मुख्य रूप से विहिप प्रांत मंत्री सुरेन्द्र सिंह, प्रांत सह संयोजक कमलेश ठाकुर, विभाग संघटन मंत्री शरद जोशी एवं बजरंग दल विभाग संयोजक लोकेन्द्र मालवीय सहित जिला संयोजक दिनेश यादव, जीवन मालवीय, मनीष कारा, ओमप्रकाश मालवीय आदि शामिल हुए।
परमात्मा के आने से नाश होती हैं राक्षसी प्रवृत्तियां भोपाल. जब विश्वामित्र द्वारा राक्षसों के संहार के लिए राम लक्ष्मण को मांगा गया तो दशरथ ने कहा कि राक्षसों को ही मारना है तो मैं आपके साथ चलता हूं। तब विश्वामित्र ने कहा कि आप मरेंगे तो वे सिर्फ मरेंगे, भगवान श्रीराम मारेंगे तो सारी आसुरी जाती के साथ वो तर भी जाएंगे। यह उद्गार मंगलवार को नेहरू नगर स्थित मनोकामेश्वरी देवी मंदिर प्रांगण में चल रही श्री राम कथा के तीसरे दिन आचार्य मनोज अवस्थी ने व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि विश्वामित्र असुरों को सिर्फ मारना ही नहीं उन्हें तारना भी उन्होंने राजा दशरथ से कहा कि परमात्मा का जन्म सिर्फ आतंक को खत्म करना नहीं, बल्कि आतंकवाद को समूल नष्ट करने के लिए होता है। कार्यक्रम के आयोजक अजय कुमार पाण्डेय ने बताया कि पूर्व में मुख्य यजमान विष्णुप्रसाद द्विवेदी ने श्रद्धालुओं संग व्यास गादी की पूजा-अर्चना की।
उत्साह से मना नंदोत्सव
भोपाल. छोला मैदान पर आयोजित भागवत कथा में चौथे दिन नंदोत्सव मनाया गया। कथावाचक वंृदावन से पधारे आशीष चंद्र शास्त्री ने कहा, कंस समेत कई राक्षसों के आतंक के कारण भगवान कृष्ण को जन्म लेना पड़ा। बाहूबल के कारण राक्षस घमंड में चूर थे, इसलिए उनका विनाश भगवान के हाथों हुआ।
भोपाल. छोला मैदान पर आयोजित भागवत कथा में चौथे दिन नंदोत्सव मनाया गया। कथावाचक वंृदावन से पधारे आशीष चंद्र शास्त्री ने कहा, कंस समेत कई राक्षसों के आतंक के कारण भगवान कृष्ण को जन्म लेना पड़ा। बाहूबल के कारण राक्षस घमंड में चूर थे, इसलिए उनका विनाश भगवान के हाथों हुआ।
101 कलशों के साथ निकली कलश यात्रा
मंडीदीप. शहर के सतलापुर में मंगलवार को सात दिवसीय भागवत कथा का शुभारंभ कलश यात्रा के साथ किया गया। 101 कलशों के साथ महिलाएं सिर पर कलश रखकर मंगलगान करती हुई चल रही थी। कलश यात्रा सुबह 11 बजे भोला चौक गणेश मंदिर से प्रारंभ होकर शुक्रवार बाजार, सतलापुर चौराहा, ईश्वर नगर, एवं प्रमुख मार्गों से होती हुई आयोजन स्थल पहुंची। कलश यात्रा का जगह-जगह स्वागत किया गया।
मंडीदीप. शहर के सतलापुर में मंगलवार को सात दिवसीय भागवत कथा का शुभारंभ कलश यात्रा के साथ किया गया। 101 कलशों के साथ महिलाएं सिर पर कलश रखकर मंगलगान करती हुई चल रही थी। कलश यात्रा सुबह 11 बजे भोला चौक गणेश मंदिर से प्रारंभ होकर शुक्रवार बाजार, सतलापुर चौराहा, ईश्वर नगर, एवं प्रमुख मार्गों से होती हुई आयोजन स्थल पहुंची। कलश यात्रा का जगह-जगह स्वागत किया गया।