मौसम मे बदलाव के कारण अस्पतालों की ओपीडी में 40 फीसदी मरीज बुखार, सर्दी, जुकाम के आ रहे हैं। वहीं आने वाले समय में तापमान कम होने से बीमारियां और बढ़ जाएंगी। जेपी अस्पताल के मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ वी के दुबे ने बताया कि तेज ठंड में सतर्कता ही बचाव का सबसे बेहतर उपाए है। ठंड बढऩे से हार्ट अटैक व ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ता है। साथ ही बच्चों और बुजुर्गों को ठंड में बीमारियों का ज्यादा खतरा
रहता है।
यह पांच बीमारियां कर सकती हैं परेशान
एनफ्लुएंजा
लक्षण : बुखार, गला खराब होना, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, सांस लेने में परेशानी
निमोनिया
लक्षण : भूख न लगना, जोड़ों और सीने में दर्द, तेज बुखार, त्वचा में नील पडऩा, उल्टी, थकान
टॉन्सिलाइटिस
लक्षण : गले में तेज दर्द व कुछ खाने पीने में समस्या होना
ब्रोंकाइटिस
लक्षण : फेफड़े में सूजन व लगातार खांसी
बेल्स पॉल्सी
लक्षण : तेज ठंड में मुंह तिरछा होना, आंखा टेड़ी होनी व मुंह से झाग निकलना
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