पढ़ें ये खास खबर- अब बच्चों के फेफड़ों पर मंडरा रहा है ये खतरा, कहीं आपका बच्चा भी तो नहीं करता इस जानलेवा चीज का इस्तेमाल
ये राज्य पहले ही लगा चुके हैं ई-सिगरेट पर रोक
बता दें कि, गुज़रे विश्व तंबाकू निषेध दिवस (31 मई) के मौके पर राजस्थान की गहलोत सरकार ने ई सिगरेट पर बड़ा फैसला लेते हुए प्रदेश में इसपर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया था। इससे पहले पंजाब, महाराष्ट्र, बिहार, केरल, कर्नाटक, मिजोरम और उत्तर प्रदेश में भी ई-सिगरेट पर रोक लगाई जा चुकी है। हालांकि, अब केन्द्र सरकार द्वारा इसपर अध्यादेश बनाए जाने के बाद सभी केन्द्र शासित राज्यों को इसका पालन करना होगा। फिलहाल अब इंतेज़ार है इसपर किसी तरह के कदम उठाए जाने का। प्रदेश के समाज सेवी और स्वास्थ विशेषज्ञ केन्दर सरकार के युवाओं के स्वास्थ पर आधारित इस विचार को सराहनीय बता रहे हैं। समाज सुधारकों का मानना है कि, सरकार का का इस ओर चिंतन युवाओं में नशे की लत पर रोक लगाने की दिशा में कारगर कदम साबित हो सकता है।
पढ़ें ये खास खबर- साइलेंट हार्ट अटैक आने से पहले शरीर में दिखने लगते हैं ये खास लक्षण, बेहद खास है ये जानकारी
ई सिगरेट से हैं ये नुकसान
शहर के प्रसिद्ध मनोचिकित्सक और हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. सत्यकांत त्रिवेदी ने बताया कि, धूम्रपान की लत छुड़वाने के लिए ई-सिगरेट को विकल्प के रूप में प्रचारित किया गया है, लेकिन ऐसा करके युवाओं को सिर्फ भ्रमित किया गया है। उन्होंने कहा कि, हालही में केन्द्र सरकार द्वारा इसपर समिति गठित करके अध्यन भी कराया गया, जिसमें सामने आया कि, ई-सिगरेट का सेवन आमजन के स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक होता है। रिपोर्ट के मुताबिक, ई-सिगरेट के अधिक सेवन से हृदय और फेफड़ों को काफी तेज़ी से नुकसान पहुंचता है। क्योंकि इसमें अल्ट्राफाइन पार्टिकल, विषैले पदार्थ और पीएम 2.5 (पार्टिकुलेट मैटर) की मात्रा काफी अधिक होती है। इसमें ग्लिसरीन होने की वजह से एक्यूट लंग इंजरी होने का खतरा भी काफी बढ़ जाता है। ई-सिगरेट में ग्लाइकोल प्रोपाईलीन, निकोटिन, ग्लिसरॉल आदि पदार्थ पाए जाते हैं, जो दिमाग के लिए बेहद खतरनाक।
पढ़ें ये खास खबर- ज्यादा चाय पीने वाले हो जाएं सावधानः आप पर मंडरा रहा है कैंसर या ह्रदय रोग का खतरा
क्या है ई-सिगरेट
ई-सिगरेट एक तरह का यंत्र होता है, जो एक सामान्य सिगरेट जैसा ही दिखाई पड़ता है। इसमें एक बैट्री और एक कारट्रिज होती है। कारट्रिज में निकोटीन युक्त तरल पदार्थ होता है, जो बैट्री की सहायता से गर्म होकर निकोटिन युक्त भाप देता है। इसे सिगरेट के धुंए की तरह लोग पीते हैं। ये एक बैटरी चालित उपकरण है, जो निकोटीन या गैर-निकोटीन के वाष्पीकृत होने वाले घोल की सांस के साथ सेवन की जाने वाली खुराक प्रदान करता है। ये सिगरेट, सिगार या पाइप जैसे धुम्रपान वाले तंबाकू उत्पादों का एक विकल्प है।