वर्तमान में निजी अस्पतालों में घुटना ट्रांसप्लांट पर करीब दो से सवा दो लाख रुपए और सरकारी में एक लाख रुपए तक का खर्च आता है। नई व्यवस्था से सरकारी में अस्पताल में खर्च 70 हजार होगा।
रुकेगी मनमर्जी
भोपाल के हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक और वरिष्ठ हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. सुनित टंडन का कहना है, इस फैसले से आम आदमी को बड़ी राहत मिलेगी। घुटना ट्रांसप्लांट उनकी सीमा में आ जाएगा। इम्प्लांट में मनमर्जी वसूली करने वालों पर रोक लगेगी। ये भी पढ़ें: Ladli Behna Yojana: लाड़ली बहनों के लिए बड़ी खुशखबरी, 5 हजार तक बढ़ेंगे किस्त के रुपए