इन दस्तावेजों की मदद से बन जाएगा आयुष्मान कार्ड
आयुष्मान कार्ड का आवेदन करते समय आवेदनकर्ता को कुछ जरुरी दस्तावेजों की जरुरत होती है। इसमें सबसे पहले आपको आधार कार्ड की जरुरत होती है। इसके बाद निवास प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है। इसके अलावा राशन कार्ड और एक चालू मोबाइल नंबर चाहिए होता है।
कौन-कौन रखता है आयुष्मान कार्ड बनवाने की पात्रता
आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए हर व्यक्ति पात्र नहीं है। इसमें एससी/एसटी, मजदूर, संबल योजना, दिव्यांग सहित कई अन्य लोग आयुष्मान भारत योजना का लाभ लेने के लिए पात्र हैं।
क्या हैं आयुष्मान कार्ड बनवाने के फायदे
आयुष्मान कार्ड मिलने वाले फायदे की बात करें तो इसमें अस्पताल के कमरे का शुल्क, डॉक्टर की फीस, ऑपरेशन थियेटर, आईसीयू, डायग्नोस्टिक सेवाएं, सर्जन शुल्क आदि सहित लगभग 1,393 सेवाएं मिलती हैं। अस्पताल में भर्ती होने से पहले का 3 दिन का कवर 3 दिनों के लिए है और अस्पताल में भर्ती होने के बाद का कवर 15 दिनों के लिए है जिसमें दवाएं और डायग्नोस्टिक्स शामिल हैं। यह योजना पूरे भारत में उपलब्ध है। जिससे आप किसी भी सरकारी या प्राइवेट अस्पताल में कैशलेस इलाज करा सकते हैं।
आयुष्मान योजना के अंतर्गत शामिल अस्पतालों में 5 लाख रुपए तक का फ्री इलाज मिलता है। अगर कोई अस्पताल फ्री में इलाज करने से मना करता है तो आप टोल फ्री नंबर 14555 पर शिकायत कर सकते हैं। वहीं मध्यप्रदेश के अस्पतालों की शिकायत करने के लिए 18002332085 इस नंबर का इस्तेमाल कर सकते हैं। इन टोल फ्री नंबरों में हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में शिकायत दर्ज की जाती है। बता दें कि, एमपी के 1141 अस्पताल आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत रजिस्टर्ड हैं।