भोपाल

MP VIDHAN SABHA: विधानसभा में गूंजा नर्सिंग कॉलेज घोटाला, सदन से लेकर सड़क तक आक्रामक दिखी कांग्रेस

Madhya Pradesh Vidhan Sabha: विधानसभा के मानसून सत्र में नर्सिंग घोटाला, बिगड़ी कानून व्यवस्था, चरमराती स्वास्थ्य सेवाएं, लाडली बहनों और किसानों से किए वादे पूरे नहीं करने के विरोध में सरकार की घेराबंदी की तैयारी विपक्ष ने की है।

भोपालJul 01, 2024 / 07:50 pm

Manish Gite

mp vidhan sabha monsoon session 2024: मध्यप्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र का सोमवार को पहला दिन है। मोहन सरकार इसी सत्र की तीन तारीख को पूर्ण बजट भी पेश करने वाली है। पिछले दिनों कई मामले उजागर हुए, जिसे लेकर प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने आक्रामक रुख अपनाया है, एक दिन पहले ही मीटिंग कर सरकार को चारों तरफ से घेरने की तैयारी कर ली थी।
सोमवार से शुरू हो रहे विधानसभा के मानसून सत्र में 19 दिनों तक हंगामे के आसार नजर आ रहे थे। इस सत्र में नर्सिंग घोटाला, बिगड़ी कानून व्यवस्था, चरमराती स्वास्थ्य सेवाएं, लाडली बहनों और किसानों से किए वादे पूरे नहीं करने के विरोध में सरकार की घेराबंदी की तैयारी विपक्ष ने पहले से कर रखी थी। विधानसभा सत्र से जुड़ी हर अपडेट के लिए देखतें रहें पत्रिका.कॉम…।

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इसके बाद बीच-बीच में हंगामे के बीच प्रश्नोत्तर चलता रहा।

तीन सदस्यों को निर्वाचन की मंजूरी

दोपहर में एक बार फिर विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई, जिसमें जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर के प्रबंध मंडल में राज्य विधानसभा के सदस्यों में से तीन सदस्यों या विधायकों के निर्वाचन की मंजूरी सदन ने दे दी और इसका कार्यक्रम जारी कर दिया। इसका प्रस्ताव किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री एदल सिंह कंसाना ने रखा था।
जारी कार्यक्रम के अनुसार सदस्य निर्वाचन के लिए 2 जुलाई को शाम 4 बजे तक विधानसभा सचिवालय में नामांकन जमा किए जा सकते हैं। 3 जुलाई को इनकी जांच होगी। नाम वापस लेने की सूचना 4 जुलाई शाम 5 बजे तक विस सचिवालय में दी जा सकेगी। यदि आवश्यक हुआ तो मतदान 5 जुलाई को सुबह 11 बजे से 3 बजे तक होगा।

1.30 pm

विधानसभा की कार्यवाही दोबारा शुरू।

1.25 PM

कांग्रेस ने लगाए आरोप

कांग्रेस का विधानसभा परिसर में गांधी प्रतिमा के पास प्रदर्शन हुआ। उमंग सिंघार, हेमंत कटारे, सचिन यादव सहित विधायकगण मौजूद थे। सचिन यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सरकार को स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा करवाना चाहिए। मप्र सरकार ने युवाओं कब भविष्य बर्बाद कर दिया है, पहले व्यापमं महाघोटाला जिससे पूरी दुनिया में प्रदेश की बदनामी हुई और अब नर्सिंग घोटाला। सरकार को तत्कालीन मंत्री, एसीएस, पीएस, कमिश्नर सहित अन्य दोषियों को निलंबित करना चाहिए।
12.30 PM

भारी हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही स्थगित

12.30 PM

स्थगन प्रस्ताव पर हुआ हंगामा

मध्यप्रदेश विधानसभा में प्रश्नकाल समाप्त होते ही नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने नर्सिंग कालेज मामले पर स्थगन प्रस्ताव दिए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि नर्सिंग विद्यार्थी बहुत परेशान हैं। जिस पर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि जो भी मामला न्यायालय आयोग में विचाराधीन होता है, उस पर सदन में चर्चा नहीं करवाई जा सकती। इसकी जांच सीबीआई कर रही है।
इस पर सिंघार ने कहा कि हमारा विषय इससे अलग है, हमने नर्सिंग काउंसिल को लेकर स्थगन दिया है। किसने इसका गठन किया, इसमें कौन-कौन लोग थे। इस पर अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने नेता प्रतिपक्ष से कहा कि सदन में इस पर चर्चा के बहुत मौके मिलेंगे, इसमें चर्चा कर लीजिए। आज ही स्थगन की सूचना मिली है। बजट सत्र है औ मामला न्यायालय में लंबित है। इसलिए इस पर चर्चा नहीं हो सकती। इसके बाद पक्ष और विपक्ष के सदस्यों के बीच नोंकझोंक होने लगी। इसके बाद सदन एक बजे तक स्थगित कर दी गई।
नर्सिंग घोटाले का होगा पर्दाफाश

सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले विधानसबा परिसर में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने मीडिया से कहा कि कांग्रेस अपनी विपक्ष की भूमिका पूरी सार्थकता से निभाएगा। जहां सरकार को हमारे सहयोग की अपेक्षा होगी, हम सार्थक साथी भी बनेंगे, लेकिन हमारे लिए जनहित सर्वोपरि होगा। सिंघार ने कहा कि नर्सिंग घोटाले को लेकर कांग्रेस पर्दाफाश करेगी।
12.25 pm

परीक्षा घोटाले पर सदन में हंगामा। कांग्रेस विधायकों ने जमकर किया हंगामा। नर्सिंग घोटाले पर चर्चा की मांग कर रहे थे नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार। उमंग सिंगार का कहना था कि आखिर चर्चा क्यों नहीं कराना चाहती है सरकार। कांग्रेस के विधायक सदन में चर्चा पर अड़े हुए हैं।
11.05 AM

सदन की कार्यवाही शुरू होते ही दिवंगत नेताओं को दी श्रद्धांजलि।

11.00 AM

विधानसभा की कार्यवाही शुरू। पहले ही दिन हंगामे के आसार

10.35 AM

एमपी के नर्सिंग कालेज घोटाले का मुद्दा गर्माया। कांग्रेस के नेता एप्रीन पहनकर विधानसभा परिसर पहुंचे। परिसर में ही धरना दिया। इसमें नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार प्रमुख रूप से मौजूद थे।

10.30 AM

विधानसभा के समिति कक्ष में वंदे मातरम गान के साथ शुरू हुई बैठक। मोहन सरकार के मंत्रिपरिषद की बैठक शुरू हुई।

10.15 AM
नर्सिंग घोटालों को लेकर किया प्रदर्शन। जमकर की नारेबाजी। सदन के भीतर भी हंगामे के आसार।

9.45 AM

कांग्रेस नेता हाथों में तख्तियां लेकर विधानसभा पहुंचे। विधानसभा परिसर में हंगामा।

9.40 AM
विधायकों का विधानसभा परिसर में पहुंचने का सिलसिला शुरू। कई कांग्रेस नेता भी पहुंचे। विधानसभा के आसपास के इलाके में धारा 144 लगाई गई है। धरना प्रदर्शन करने वालों पर भी नजर रखी जा रही है।
9.30 AM
विधानसभा का मानसून सत्र (MP Monsoon Session) का सोमवार को पहला दिन है। पहले ही दिन से विपक्ष ने मोहन सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है।

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मंत्री बंगले का घेराव करेगी कांग्रेस

नर्सिंग घोटाले के विरोध में कांग्रेस सोमवार को मंत्री विश्वास सारंग (vishwas sarant) के बंगले का घेराव करने वाली है। युवा कांग्रेस ने नर्सिंग घोटाले के आरोपियों को सजा दिलाने की मांग करते हुए मंगलवार को 24 घंटे के सत्याग्रह का निर्णय लिया है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार (umang singhar) ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा है कि नर्सिंग घोटाले के तथ्य खोज लिए गए हैं।
विधानसभा में घोटाले के सरगना की सुरंग का दूसरा सिरा सारंग का सबूत के साथ खुलासा करूंगा। इंतजार कीजिए परतें खोलूंगा। सत्तापक्ष विपक्ष को उन्हीं की शैली में जवाब देने की तैयारी में है। दावा है कि नर्सिंग घोटाला कांग्रेस शासनकाल में हुआ।
सिंघार ने विधानसभा अध्यक्ष, मुख्यमंत्री एवं संसदीय कार्य मंत्री से आग्रह किया कि हम सब प्रतिज्ञा लें कि इस बार सदन को हम पूरी अवधि तक चलने देंगे। जरूरत पडऩे पर कुछ दिन और सदन की अवधि बढ़ाना पड़े तो हमें बढ़ाना चाहिए। जानता जनार्दन ने हमें विपक्ष का दाईत्व दिया है, जानता विरोधी नीतियों का विरोध करना हमारा कर्तव्य है। इस विरोध को हंगामे का नाम देकर सदन का स्थगन कर देना, हमारी जानता का अपमान है।
11 विधेयक लाने की तैयारी विधानसभा के इस मानसून सत्र में राज्य सरकार द्वारा 11 विधेयक सदन में पेश किए जाने की तैयारी है। इसमें खुले नलकूप में बच्चों के गिरने से होने वाली दुघर्टनाओं की रोकथाम एवं सुरक्षा विधेयक, प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में एकरूपता लाने के लिए विवि अधिनियम 1973 में संशोधन, मप्र स्थानीय प्राधिकरण निर्वाचन अपराध 1964 संशोधन विधेयक, मध्यप्रदेश नगर पालिका संशोधन विधेयक, मप्र सुधारात्मक सेवाएं एवं बंदीगृह विधेयक प्रमुख हैं।
हालांकि इन विधेयकों में से कुछ की सूचना राज्य सरकार की ओर विधानसभा सचिवालय को नहीं दी गई है। सचिवालय को यही बताया गया है कि महत्वपूर्ण विधयेक पेश होंगे। विवि संशोधन विधेयक एवं नगर पालिका संशोधन अध्यादेश सोमवार को सदन में पेश होंगे। ये अध्यादेश विधेयक का रूप लेंगे।
उधर, दल बदलने वाले राम निवास रावत और निर्मला सप्रे अब सदन में कांग्रेस सदस्यों के साथ नजर नहीं आएंगे। बैठक व्यवस्था बदली गई है।

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