शासन से अनुमति मिलते ही इसका काम शुरू हो जाएगा। वर्तमान में शहर के अलग-अलग आश्रम में 350 से अधिक ऐसे बुजुर्ग रह रहे हैं जिन्होंने अपने बच्चों का भविष्य बनाने सब कुछ दांव पर लगा दिया। जरूरत पडऩे पर घर बेचकर सड़क पर आ गए, लेकिन बेटों की बारी आई तो वे बेसहारा छोड़कर अपनी राह हो लिए।
नया भवन इस मल्टीलेवल होगा जिसमें परिवार की तरह बुजुर्ग रहेंगे, मनोरंजन के लिए बड़ा पार्क, टीवी के लिए बड़ा हॉल, एक्यूप्रेशर पाथवे की सुविधा भी इसमें रहेगी। वर्तमान में नए शहर में सात बड़े आश्रम और कुछ एनजीओ की तरफ से चलाए जा रहे आश्रम संचालित हो रहे हैं।
जहां ऐसे बुजुर्ग रहते हैं जिनके बेटे उन्हें छोड़कर विदेश चले गए और पलट कर भी नहीं देखा। बीमारी में आश्रम से फोन भी लगाते हैं तो वो फोन तक नहीं उठाते हैं। कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने बताया कि कोलार में आश्रम बनाने का प्रस्ताव शासन के पास भेज दिया है