ये भी पढ़ें – सर्दियों में कंबल के अंदर मुंह ढककर सोने से हो सकते है बीमार पराली और नरवाई जलाने के साथ, निर्माण कार्य और खराब सड़कों से उड़ती धूल भी जिम्मेदार मानी जा रही है। धूल से वातावरण में पीएम-10 और पीएम 2.5 बढ़ जाता है। यह खुलासा मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एमपीपीसीबी) की वार्षिक रिपोर्ट में हुआ है। एमपीपीसीबी के अधिकारियों के अनुसार जिन जिलों में एयर क्वालिटी इंडेक्स पिछले साल की अपेक्षा ज्यादा पाया गया है, वहां संबंधित विभाग को कार्रवाई के लिए पत्र भेजा गया है।
ये भी पढ़ें -साल की आखिरी सोमवती अमावस्या 30 या 31 दिसंबर कब ?