मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के पास रायसेन जिले में महाभारत काल के प्रमाण मिले हैं। यहां भगवान श्रीकृष्ण आए थे और उन्होंने 27 दिनों तक जामवंत के साथ युद्ध किया था। जामगढ़ नाम का यह गांव विन्ध्यांचल पर्वत श्रंखला के बीच में स्थित है। इस गुफा के महाभारत काल के होने के कई प्रमाण मिले हैं।
यह स्थान भोपाल-जबलपुर हाईवे पर बरेली कस्बे से 15 किलोमीटर दूर है। कहा जाता है कि इस गुफा में भगवान श्रीकृष्ण और जामवंत के बीच लगातार 27 दिन तक युद्ध हुआ था। अपने ऊपर स्यमंतक मणि की चोरी का कलंक मिटाने के लिए भगवान श्रीकृष्ण ने इसी गुफा में जामवंत से युद्ध किया था। धार्मिक ग्रंथ प्रेमसागर में इसका उल्लेख है। रीछराज जामवंत की गुफा में स्यमंतक मणि की चोरी का कलंक अपने सिर से मिटाने के लिए श्रीकृष्ण ने 27 दिनों तक युद्ध किया था।
गुफा के इतिहास को कुरेदने और किंवदंतियों की सच्चाई जानने कई पुरातत्वविदों ने यहां और अध्ययन किया। फिलहाल, देखरेख के अभाव में जामवंत की गुफा खंडित और संकरी हो चुकी है। इस गुफा के आगे कई और छोटी गुफाएं हैं। इन गुफाओं की श्रृंखला प्राकृतिक शिव गुफा पर समाप्त होती है।
भागवत महापुराण में भी उल्लेख है कि 27 दिनों के युद्ध के बाद जामवंत ने अपनी पुत्री जामवंती का विवाह श्रीकृष्ण के साथ कर दिया और स्यमंतक मणि उपहार में कृष्ण को दे दी।
भोपाल से 114 किमी दूर है यह स्थान यह स्थान भोपाल से 114 किलोमीटर दूर स्थित भोपाल-जबलपुर हाईवे 12 पर स्थित है। जबकि गुफा यह रायसेन जिले के कस्बा बरेली से लगभग 15 किमी दूर स्थित ग्राम जामगढ़ के पास विंध्यांचल पर्वत श्रृंखला की एक पहाड़ी पर बनी है यह गुफा। यहां कई पर्यटक ट्रैकिंग के जरिए पहुंच जाते हैं।