मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को यह निर्देश दिए हैं। इस निर्देश के बाद अब प्रदेश में सभी आयोजन सामान्य रूप से हो सकेंगे। हालांकि यह भी कहा गया है कि कुछ शर्तों के साथ यह प्रतिबंध हटाए जाएंगे। सामान्य प्रशासन और गृह विभाग द्वारा आवश्यक निर्देश शीघ्र जारी होंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने अधिकारियों को वैक्सीन के दोनों डोज के लिए महाअभियान को और अधिक गति देने के निर्देश दिए।
मध्यप्रदेश में कोरोना की रफ्तार धीमी पड़ गई है, इसके अलावा स्कूल भी 16 नवंबर से पूरी तरह से खुल चुके हैं। हालांकि तीसरी लहर का खतरा अब भी बना हुआ है, ऐसे में कोविड गाइडलाइन का पालन कई दफ्तरों में किया जा रहा है। अब नई गाइडलाइन जारी की जाएगी, जिसमें कई प्रतिबंध कुछ शर्तों के साथ हटा दिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में कोरोना नियंत्रण की समीक्षा की गई। मंत्रालय में हुई इस बैठक में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कई अफसर भी जुड़े थे। इस बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग एवं स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी भी शामिल थे।
चुनाव से पहले लिया फैसला
बताया जा रहा है कि पंचायत चुनाव के ऐलान से एन पहले यह फैसला लिया गया है। सूत्रों के मुताबिक दो दिन बाद शुक्रवार को या सोमवार को पंचायत चुनाव की तारीखों का ऐलान राज्य निर्वाचन आयोग कर सकता है। एक-दो दिन में सर्वदलीय बैठक बुलाकर तारीखों का ऐलान किया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक जनवरी से पहले पंचायत चुनाव कराना जरूरी है, इसलिए 20 दिसंबर से 31 दिसंबर के बीच चुनाव प्रक्रिया संपन्न कराई जा सकती है।
अब भी आ रहे कोरोना के नए मरीज
मध्यप्रदेश में हर दिन कोरोना के केस आ रहे हैं। कोरोना की तीसरी लहर की भी चिंता है। 15 नवंबर को 8 नए मरज मिले थे, जबकि 16 नवंबर को 4 नए मरीज मिले हैं। भोपाल और इंदौर में 1-1 संक्रमित मिला है। इसके अलावा इंदौर से खबर है कि कोरोना संक्रमित एक वृद्ध की मौत हो गई है। प्रदेश में एक्टिव केसों की संख्या 77 है।
आज से शुरू हुआ टीकाकरण अभियान
प्रदेश में 17 नवंबर से ही वैक्सीनेशन का अभियान एक बार फिर शुरू हुआ है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी लोगों से अपील की है कि ऐसे व्यक्ति जो अब तक वैक्सीन का दूसरा डोज नहीं लगवा पाए हैं, उन्हें खुद आकर अपने स्वास्थ्य और जीवन की सुरक्षा के लिए वैक्सीन का दूसरा डोज लगवाना चाहिए। सभी पात्रों को 31 दिसंबर तक दूसरा डोज लगाने का भी लक्ष्य है।