भोपाल

मध्यप्रदेश कांग्रेस में फिर कलह के संकेत, बड़े नेताओं के बीच फिर बढ़ रही दूरियां !

मध्यप्रदेश में 15 साल बाद सत्ता में वापसी कर सत्ता खोने वाली कांग्रेस के अंदरखाने उठापटक की खबरों के बीच एक बार फिर गुटबाजी का शोर सुनाई देने लगा है..

भोपालDec 20, 2020 / 06:46 pm

Shailendra Sharma

भोपाल. मध्यप्रदेश में कांग्रेस के हाथ से प्रदेश की सत्ता की चाबी क्या गई मानो पार्टी की सुख शांति ही चली गई। कभी एक सुर में कमलनाथ के नेतृत्व में एक साथ नजर आने वाले मध्यप्रदेश कांग्रेस के नेता अब अलग थलग खड़े दिखाई देते हैं। सत्ता परिवर्तन के बाद से शुरु हुआ नेताओं की नाराजगी और गुजबाजी का सिलसिला उपचुनाव में मिली हार के बाद और भी बढ़ता दिखा और अब हालात कुछ ऐसे हैं कि कभी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में शुमार कमलनाथ और दिग्विजय सिंह भी अलग अलग राह पर चलते दिखाई दे रहे हैं।

क्या दिग्विजय-कमलनाथ में बढ़ी दूरियां ?
हमेशा एक दूसरे का साथ देकर कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाले पूर्व सीएम कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के बीच दूरियां बढ़ने की खबरें भी कांग्रेस के अंदर से मिल रही हैं। पार्टी के सूत्रों से मिल रही खबरों की मानें तो उपचुनाव में हुई हार के बाद से कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के बीच पहले जैसी नजदीकियां नहीं रही हैं। दोनों नेता अलग अलग राह पकड़ रहे हैं और इसी के कारण एक बार फिर पार्टी दो गुटों में बंटती हुई नजर आने लगी है। एक खेमा कमलनाथ का है तो वहीं दूसरा खेमा दिग्विजय सिंह का। दोनों गुटों के नेताओं के बीच भी अब एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ लगती दिखाई देती है। कमलनाथ और दिग्विजय के बीच दूरियां बढ़ने के संकेत शनिवार को भोपाल में हुई दिग्विजय सिंह की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भी उस वक्त मिले थे जब दिग्विजय सिंह ने एक सवाल का जवाब न देते हुए सीधे तौर पर गेंद कमलनाथ के पाले में डाल दी थी।

 

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मैं नहीं कमलनाथ देंगे इस सवाल का जवाब- दिग्विजय
दरअसल दिग्विजय सिंह शनिवार को भोपाल में सीबीडीटी की रिपोर्ट में आए कांग्रेस नेताओं और अधिकारियों के नामों पर प्रेस कांफ्रेंस कर रहे थे इसी दौरान दिग्विजय सिंह ने शिवराज सिंह चौहान के ओएसडी नीरज वशिष्ठ पर गंभीर आरोप लगाए। दिग्विजय सिंह ने कहा कि नीरज वरिष्ठ जो कि क्लास वन अधिकारी हैं वो शिवराज के सभी प्रकार के लेन-देन करते हैं। इतना ही नहीं जब कमलनाथ प्रदेश के मुख्यमंत्री बने तो शिवराज की सिफारिश पर ही नीरज वशिष्ठ को उनके स्टाफ में नियुक्त किया गया था। दिग्विजय सिंह की इसी बात पर जब मीडिया ने उनसे सवाल किया कि आखिर ऐसा होने के बाद भी आखिर क्यों वशिष्ठ की नियुक्ति की गई तो दिग्विजय ने जवाब देते हुए कहा कि इसका जवाब मैं नहीं कमलनाथ देंगे।

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नेता प्रतिपक्ष पद को लेकर भी तकरार की खबरें
खबरें हैं कि नए नेता प्रतिपक्ष को लेकर भी कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के बीच तकरार बढ़ रही है। एक तरफ जहां दिग्विजय सिंह लहार विधायक डॉक्टर गोविंद सिंह को नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने के पक्ष में हैं तो वहीं दूसरी तरफ अब कमलनाथ के उमंग सिंघार के नाम पर भरोसा जताए जाने की खबरें आ रही हैं। बता दें कि उमंग सिंघार ने कांग्रेस शासनकाल के दौरान दिग्विजय सिंह पर गंभीर आरोप लगाए थे और हाईकमान से तक दिग्विजय की शिकायत करते हए पत्र लिखा था।

 

देखें वीडियो- नया अध्यक्ष, पुरानी चुनौतियां

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