एयर एबुंलेंस चलाने की तैयारी भी तेजी से चल रही है। इसके लिए प्रदेशभर की हवाई पट्टियों की मरम्मत की जाएगी। प्रदेश के सीएम डॉ. मोहन यादव ने एयर एंबुलेंस चलाने के लिए अधिकारियों को प्रस्ताव बनाने को कहा है। विमानन विभाग इसके लिए कंपनियों से टेंडर बुलाएगा।
यह भी पढ़ें: इस बड़े स्कूल में पढ़ाई, खाना, रहना, यूनिफार्म सब मुफ्त सोमवार को सीएम डॉ. मोहन यादव ने बताया कि गंभीर मरीजों को एयर लिफ्ट कर अस्पताल पहुंचाने के लिए एयर एंबुलेंस चलाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि इसके लिए एक एयर एंबुलेंस हमेशा तैयार रहेगी। एयर एंबुलेंस सुविधा शुरु करने के लिए जहां प्रदेश की सभी हवाई पट्टियों को सुधारा जा रहा है वहीं इसके लिए नियम व शर्तें भी तय की जा रहीं हैं।
अधिकारियों के अनुसार एयर एंबुलेंस के लिए आवश्यक संसाधन जुटाए जा रहे हैं और नियम—शर्तों के साथ किराया भी तय किया जा रहा है। इसके लिए टेंडर भी बुलाए जा रहे हैं। राज्य सरकार की मंजूरी मिलते ही जल्द ही एयर एंबुलेंस सेवा शुरू कर दी जाएगी। विमानन विभाग के अधिकारियों के अनुसार 108 नंबर एंबुलेंस के जैसी ही एयर एंबुलेंस की भी सेवा मिलेगी।
ढाई लाख रुपए तक का खर्च
एयर एंबुलेंस शुरु होने से बेहद नाजुक मरीज की भी जान बच सकती है। गंभीर रोगियों के लिए यह सुविधा बहुत लाभदायक साबित हो सकती है पर यह बेहद खर्चीली भी होगी। एयर लिफ्ट की दूरी और अन्य आधारों पर इस सुविधा के लिए कम से कम डेढ़ लाख रुपए चुकाने होंगे। एक बार में अधिकतम खर्च ढाई लाख रुपए तक हो सकता है।