अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भोपाल में अब इलाज के लिए आने वाले मरीजों को घंटों कतार में नहीं खड़ा होना पड़ेगा। ओपीडी में आने वाले मरीज क्यूआर कोड से खुद अपना पर्चा बना सकेंगे। पर्चा बनने के बाद मरीज सीधे डॉक्टर के पास पहुंच जाएगा। दो महीने में मरीजों को यह सुविधा मिलने लगेगी। मालूम हो कि फिलहाल एम्स में पर्चा बनवाना ही सबसे मुश्किल काम है। पर्चा बनवाने के लिए मरीजों को सुबह चार बजे से लाइन में लगना पड़ता है। इसके बावजूद कई बार मरीजों का नंबर आने से पहले ही अपॉइंटमेंट बंद हो जाते हैं।
डाउनलोड होगी रिपोर्ट
जानकारी के मुताबिक सीडेक संस्था इसके लिए सॉफ्टवेयर तैयार कर रही है। इस सॉफ्टवेयर से मरीज क्यूआर कोड के माध्यम से सीधे एम्स की साइट पर पहुंच जाएंगे। यहां मरीज अपनी जानकारी भरकर जैसे ही सबमिट करेगा, उसे टोकन नंबर मिल जाएगा। मरीज टोकन नंबर के आधार पर डॉक्टर से मिल लेगा। जानकारी के मुताबिक इस सॉफ्टवेयर से अस्पताल की फीस भरने के साथ ही मरीजों की रिपोर्ट भी डाउनलोड हो जाएंगी।
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जल्द जारी होगा एम्स भोपाल का एेप
एम्स अस्पताल में भर्ती मरीजों की पैथौलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, रेडियोलॉजी जांचों के बिल मोबाइल से ऑनलाइन भरने की सुविधा मिलेगी। इसके लिए एम्स का मोबाइल एेप भी लॉन्च होगा। मरीज ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट बुक कर सकेंगे। एम्स की तरफ से मरीजों को रियल टाइम एसएमएस के जरिए एलर्ट भी मिलेगा।