script100 दिन में तय करवाए 100 से अधिक रिश्ते, 3650 परिवारों का सहारा बना संजोग परिवार | agrwal samaj news | Patrika News
भोपाल

100 दिन में तय करवाए 100 से अधिक रिश्ते, 3650 परिवारों का सहारा बना संजोग परिवार

– अग्रवाल समाज की महिलाओं की अभिनव पहल
– सोशल मीडिया से लेकर जमीनी स्तर पर सक्रिय है 200 महिलाओं का समूह, समाजसेवा से जुड़ी महिलाएं

भोपालOct 22, 2021 / 11:14 pm

praveen malviya

100 दिन में तय करवाए 100 से अधिक रिश्ते, 3650 परिवारों का सहारा बना संजोग परिवार

100 दिन में तय करवाए 100 से अधिक रिश्ते, 3650 परिवारों का सहारा बना संजोग परिवार

भोपाल. कोरोना संक्रमण और इसके बाद समाज में आए बदलावों और लगातार सामने आ रही समस्याओं का मिलजुल कर हल निकालने के लिए अग्रवाल समाज की महिलाओं की एक पहल ने कई परिवारों की जिंदगी आसान कर दी है। समाज की महिलाओं ने न सिर्फ संजोग महिला क्लब बनाया, बल्कि मात्र 100 दिन में ही लगातार प्रयासों से100 से अधिक रिश्ते तय करवा दिए। इतना ही नहीं यह क्लब अब तक साढ़े तीन हजार से अधिक परिवारों की मदद भी कर चुका है।
क्लब की अध्यक्ष मधु आभा गर्ग बताती हैं, अन्य सभी प्रगति करते समाजों की तरह अग्रवाल समाज में सबसे जरूरी व सबसे बड़ी परेशानी योग्य रिश्ता न मिलना दिख रही थी। पहले तो इस समस्या को हल करने के लिए मई-2021 को संजोग महिला क्लब बनाया। इसके माध्यम से योग्य लड़के व लड़कियों के रिश्तों के लिए बायोडाटा उपलब्ध करवाने के लिए संजोग परिवार का गठन किया गया। इस काम के लिए सात सदस्यीय टीम बनाई। जिसका नाम सप्त गंगा दिया गया।
निशुल्क सेवाएं दे रहीं क्लब की महिलाओं ने विगत दिनों सौ से अधिक रिश्ते तय होने के उपलक्ष्य में सैंचुरी उत्सव भी मनाया ,इस अवसर पर समाज की संस्था महाराजा अग्रसेन गृह निर्माण समिति ने संजोग परिवार के सातों मुखियाओं का सम्मान हिन्दी भवन में किया गया।
क्लब के संयोजक जेपी अग्रवाल ने बताया कि क्लब 3650 परिवारों को जोडऩे में न सिर्फ सफल रहा बल्कि रोजाना एक रिश्ता तय हो रहा है। अब तक 100 से ज्यादा युवक-युवतियों के रिश्ते तय हो चुके हैं। यह सभी विवाह बायोडाटा के आधार पर परिवारों की आपसी बातचीत सौहाद्रपूर्ण करवाई जाती है। यह पूरी प्रक्रिया पर क्लब की सदस्य की मौजूदगी में होती है।
इस तरह निभाते हैं जिम्मेदारी

क्लब के अंतर्गत वाटसएप के 14 ग्रुप बनाये है इसमे मांगलिक बच्चों एवं विधवा, विदुर ,तलाकशुदा व वरिष्ठ युवक युवतियों के लिये अलग-अलग ग्रुप बनाए गए हैं। अभिभावकों को इसकी सूचना देने के बाद उन्हें ग्रुप से जोड़ते हैं। बेटे-बेटियों के बायोडाटा के आधार पर रिश्ते तय होने में मदद मिलती है। मोबाइल पर बातचीत के बाद संबंध को आगे तभी बढ़ाया जाता है तब संजोग परिवार का सदस्य मौजूद हों। इसके अलावा जरूरमंद परिवारों को विवाह में सहायता भी मुहैया कराते हैं। हाल ही मे एक कन्या को गोद लेकर उसकी शादी का पूर्ण खर्च उठाने का संकल्प संजोग परिवार ने लिया है।
संजोग परिवार से इंदौर, सिरोंज, विदिशा, भोपाल,रायसेन, शिवपुरी, हरदा, होशंगाबाद, खंडवा, बुरहानपुर, टिमरनी ,झॉसी के अलावा मध्यप्रदेश के सभी शहरों व गांव के परिवार जुड़े हैं। आज इसका विस्तार महाराष्ट ,राजस्थान ,उत्तरप्रदेश,आदि अनेक राज्यो मे हो गया है , अग्रवाल समाज का संजोग परिवार सोशल समूह सोशल गतिविधियों के काम अंजाम दे रहा है। सभी सेवायें निशुल्क संचालित होती है
संजोग परिवार की सप्तगंगा में मधु आभा गर्ग, सीमा गांधी, अंजू मंगल, ज्योति बंसल, आभा मंगल, शकुन अग्रवाल शामिल है जबकि संयोजक जेपी अग्रवाल हैं।

Hindi News / Bhopal / 100 दिन में तय करवाए 100 से अधिक रिश्ते, 3650 परिवारों का सहारा बना संजोग परिवार

ट्रेंडिंग वीडियो