इस नए सिस्टम के एक्टिव हाेने से मौसम के जानकार MP में फिर अनेक जिलाें में बारिश की चेतावनी दे रहे हैं। जिसमें मुख्यरूप से पूर्वी मप्र के रीवा, जबलपुर, शहडोल संभागों के जिलों चपेट में आएंगे और इन क्षेत्राें में एक बार फिर बारिश का दाैर शुरू हो सकता है।
माैसम के जानकाराें का कहना है कि मध्यप्रदेश में शुक्रवार से एक बार फिर बारिश का दौर शुरू होने की संभावना है। ऐसे में इस नए सिस्टम से इंदौर-उज्जैन संभाग समेत कुछ जगहाें पर रिमझिम बारिश होगी।
जबकि भोपाल-नर्मदापुरम में तेज बारिश होगी। और बुधवार, 31 अगस्त तक यह सिस्टम एक्टिव रहेगा। वहीं नए सिस्टम से अधिकांश जगहाें पर भारी बारिश होने के आसार नहीं हैं।
मुख्य रूप से बारिश का नया सिस्टम पूर्वी मध्यप्रदेश से एक्टिव होगा। जहां आज, शुक्रवार 26 अगस्त को पूर्वी मध्यप्रदेश और इसके बाद दूसरे हिस्सों में बारिश होगी। वहीं शनिवार 27 अगस्त को भोपाल, नर्मदापुरम संभाग में तेज बारिश की संभावना है।
माैसम के जानकाराें के अनुसार, मप्र में सक्रिय रहा डिप्रेशन का क्षेत्र कमजोर पड़कर वर्तमान में कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित होकर दक्षिण-पूर्वी राजस्थान पर बना हुआ है।
वहीं मानसून ट्रफ इसी मौसम प्रणाली से कोटा, भोपाल, छत्तीसगढ़ से होकर बंगाल की खाड़ी तक बना हुआ है। उधर, उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बन गया है। इस मौसम प्रणाली के असर से 25 अगस्त गुरुवार से पूर्वी मप्र के रीवा, जबलपुर, शहडोल संभागों के जिलों में एक बार फिर बारिश होने का सिलसिला शुरू हो सकता है।
एमपी मौसम विभाग के अनुसार 26 अगस्त को बंगाल की खाड़ी में नया सिस्टम बनेगा, जिसके प्रभाव से एक बार फिर 5 दिन तक बारिश का दौर चलेगा। 26 अगस्त से पूर्वी मध्यप्रदेश के हिस्सों में बारिश, 27 से 31 अगस्त के बीच भोपाल-नर्मदापुरम में तेज बारिश और इंदौर-उज्जैन संभाग में रिमझिम बारिश होगी।
वहीं 31 अगस्त तक ग्वालियर, भिंड, मुरैना व दतिया में भारी वर्षा के आसार नहीं है, लेकिन स्थानीय प्रभाव से गरज-चमक के साथ बूदाबांदी हो सकती है। गुना, शिवपुरी और अशोकनगर मे असर दिखेगा।