मौसम विभाग का कहना है कि जम्मू कश्मीर में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ से दो दिनों से रात में सर्दी घट गई थी, लेकिन अब यह पश्चिमी विक्षोभ कमजोर पड़ गया है। इस कारण शनिवार को न्यूनतम तापमान में 1.2 डिसे की गिरावट आने से तापमान 12 डिग्री पर आ गया। इस कारण रात में फिर से ठंड बढ़ गई और सुबह के समय कंपकपी रही है।
अभी और बढ़ेगी ठंड
आने वाली तीन दिन तक रात का पारा और नीचे जाएगा। प्रदेश में लगभग सभी जगह न्यूनतम तापमान करीब 14 डिग्री के आसपास आ गया। ग्वालियर, जबलपुर और इंदौर में भी यह 14 डिग्री सेल्सियस से कम रहा। तापमान के नीचे आने से नवंबर में कुछ जगहों पर बारिश की भी संभावना है। मौसम विभाग ने नवंबर में सामान्य बारिश की संभावना व्यक्त की है।
वहीं अगले चार दिनों तक रात के तापमान में गिरावट जारी रहेगी। इससे तापमान 10 से 11 डिसे की बीच आ सकता है। हवा का रुख उत्तरी होने वाला है। इससे बर्फीली ठंडक आना शुरू हो जाएगी, जिससे रात में कड़ाके की ठंड की दस्तक हो सकती है।
पचमढ़ी और रायसेन में पड़ रही कड़ाके की ठंड
पहाड़ी और वन क्षेत्र में ठंडी हवाओं के कारण पारा कम होने लगा है। यही कारण है कि पचमढ़ी और रायसेन में रात का पारा 9 डिग्री तक आ गया। पचमढ़ी में सबसे कम 9 और रायसेन में 9.6 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया। उमरिया और मंडला में भी यह 11 के नीचे तक पहुंच गया। मौसम विभाग की माने तो अगले दो तीन दिन में 2 से लेकर 3 डिग्री तक तापमान नीचे आएगा। पचमढ़ी और रायसेन में 6 डिग्री तक तापमान हो सकता है।
वहीं भोपाल में शनिवार-रविवार की रात न्यूनतम पारा 13 डिग्री के नीचे 12.4 डिग्री पर पहुंच गया। अक्टूबर में यह 12.2 डिग्री तक आ गया था। भोपाल में नवंबर का न्यूनतम तापमान का रिकॉर्ड 9 डिग्री सेल्सियस तक रहा। अगर इसी तरह ठंड रही तो यह रिकॉर्ड इस साल टूट सकता है।