बच्ची के पास आने वाले समय में विदेश की नागरिकता भी होगी और उसे अच्छी जगह पढ़ाई करने का अवसर भी मिलेगा। केंद्रीय दत्तक ग्रहण संसाधन प्राधिकरण और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा देश में कानूनी गोद लेने को बढ़ावा देने के लिए नवंबर को राष्ट्रीय दत्तक ग्रहण जागरुकता माह के रूप में मनाया जाता है।
राष्ट्रीय दत्तक ग्रहण जागरुकता कार्यक्रम
राष्ट्रीय दत्तक ग्रहण जागरूकता कार्यक्रम ‘‘फ़ॉस्टर केयर लीडिंग टू फ़ॉस्टर एडॉप्शन’’ विषय पर राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया था। जिसका शुभारंभ महिला बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया द्वारा किया गया। जिसका उद्देश्य उन बच्चों को घर देना है, जो अनाथालयों या सड़कों पर जीवन व्यतीत कर रहे हैं। इससे उन दंपतियों को भी खुशी मिलती है जो किसी कारण से माता पिता नही बन सकते हैं। ये भी पढ़ें: PM Kisan Yojana: ‘फार्मर रजिस्ट्री’ होने पर ही मिलेंगे किस्त के रुपए, तुरंत करें ये काम
पिछले साल हुए सबसे ज्यादा एडॉप्शन
● 2021-2022 में 138 एडॉप्शन हुए ● 2022-2023 में 139 एडॉप्शन हुए ● 2023-2024 में 180 एडॉप्शन हुए ● 2024-2025 में अभी तक 65 एडॉप्शन हो चुके हैं। ● जिसमें से 3 एडॉप्शन 25 नवंबर को किए गए और आने वाले समय में 2 और होने की संभावनाएं हैं।