चौका स्टेशन के पास शुक्रवार को गुड्स ट्रेन का एक कोच डीरेल हो गया। पटरियों को अनलोडिंग करने गई ट्रेन का अंतिम कोच दोपहर करीब 3 बजे डीरेल हुआ। रात करीब 7 बजे इसे ट्रैक पर वापस लाया गया लेकिन पटरी पर लाते ही
डीरेल हुआ कोच अपने आप भागने लगा।
डीरेल हुआ कोच अपने आप भागने लगा।
यह भी पढ़ें: एमपी में कर्मचारियों के साथ बड़ी धोखाधड़ी, नियमानुसार वेतन पुनरीक्षण नहीं कर रही सरकार सीएनडब्ल्यू कर्मचारियों ने डीरेल हुए कोच को ट्रैक पर लाते समय स्टापर नहीं लगाए जिससे कोच ढलान पर लुढकते हुए मिडघाट की ओर चल दिया। करीब एक घंटे में कोच को रेलवे लाइन पर काबू में किया गया। इस दौरान कोच करीब 4 किमी तक अकेला दौड़ता रहा।
यह भी पढ़ें: एमपी में बीजेपी के दबंग नेता को किया निष्कासित, प्रदेशाध्यक्ष ने 6 साल के लिए बाहर निकाला बताया जा रहा है कि भोपाल रेल मंडल की मालगाड़ी पटरियों की अनलोडिंग के लिए चौका स्टेशन भेजी गई थी। इस ट्रेन में 20 कोच थे जिसका अंतिम कोच डीरेल हो गया। कड़ी मशक्कत के बाद कोच को पटरी पर लाया गया लेकिन न कपलिंग की गई और न ही स्टॉपर लगाए। ऐसे में कोच ढलान पर अपने आप भागने लगा। मिडघाट स्टेशन मास्टर ने सूचना मिलने के बाद कोच को सेफ्टी लाइन पर रोका।