भोपाल

भोपाल से विदेशी वीजा और पासपोर्ट लेने वालों में 60 फीसदी स्टूडेंट

कोविड काल की पाबंदियां खत्म होने के बाद स्थितियां तेजी से बदल रही हैं। रीजनल पासपोर्ट कार्यालय, भोपाल में विदेश जाकर पढऩे वाले आवेदनों की संख्या में इजाफा हुआ है। हर माह आने वाले 150 से 200 आवेदनों में से 60 फीसदी विद्यार्थियों के होते हैं। इसमें भी 50 प्रतिशत आवेदन उन युवतियों के होते हैं जो जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड यूक्रेन, रशिया और कनाडा जैसी यूनिवर्सिटी में पढऩा चाहती हैं।

भोपालMar 24, 2023 / 02:39 pm

Mahendra Pratap

visa

भोपाल.कोविड काल की पाबंदियां खत्म होने के बाद स्थितियां तेजी से बदल रही हैं। रीजनल पासपोर्ट कार्यालय, भोपाल में विदेश जाकर पढऩे वाले आवेदनों की संख्या में इजाफा हुआ है। हर माह आने वाले 150 से 200 आवेदनों में से 60 फीसदी विद्यार्थियों के होते हैं। इसमें भी 50 प्रतिशत आवेदन उन युवतियों के होते हैं जो जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड यूक्रेन, रशिया और कनाडा जैसी यूनिवर्सिटी में पढऩा चाहती हैं। बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन, इंजीनियरिंग और आइटी से जुड़े स्पेशलाइज्इड कोर्स में उनकी प्राथमिकता में हैं।
15 फीसदी आवेदन टूरिस्ट वीजा के लिए
स्टूडेंट के बाद 15 फीसदी आवेदन टूरिस्ट वीजा के लिए होते हैं। इतने ही आवेदन पुराने पासपोर्ट पर विदेश जाने वाले यात्रियों की होती है। 10 फीसदी पासपोर्ट के नए आवेदन ऐसे मामलों के होते हैं जिनमें आवेदक विदेश में रहने वाले अपने एनआरआई रिश्तेदार से मिलने जाना चाहते हैं।
घर बैठे करें पासपोर्ट आवेदन
-पासपोर्ट आवेदन के लिए विदेश मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट पर घर बैठे आवेदन कर सकते हैं।
-सामान्य पासपोर्ट आवेदन का शुल्क 1500 रुपए एवं तत्काल का 3500 रुपए है।
-लॉकडाउन में कॉलेज बंद होने की वजह से जो छात्र घर आये हुए हैं उन्हें स्थायी पता के साथ अपने कॉलेज से बोनाफाईड सर्टिफिकेट जिसमें उनका वर्तमान एवं स्थायी पता अंकित हो देना चाहिए।
– सभी देश अपने हिसाब से वीजा जारी करते हैं। इसके लिए संबंधित देश के वीजा नियमों का ऑनलाइन अध्ययन करने के बाद आवेदन करें।
-स्टडी वीजा या स्टूडेंट वीजा स्पेशल तरह का परमिट होता है। इसे वहां की सरकार स्टूडेंट को परमिट के रुप में देती है।
– स्टूडेंट वीजा के लिए किसी एक यूनिवर्सिटी का ऑफर होना चाहिए । इसके बाद ही वीजा प्रॅासेस होती है।
– स्टूडेंट वीजा के लिए अंग्रेजी भाषा में फ्लूएंट होने का प्रूफ देना होता है। इसके लिए स्टूडेंट को द टेस्ट ऑफ इंग्लिश एज अ फॉरेन लेंग्वेज और इंटरनेशनल इंग्लिश लेंग्वेज टेस्टिंग सिस्टम जैसे एक्जाम देने होते हैं।
– स्टूडेंट वीजा के लिए अप्लाई करते समय जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका जैसे देशों के इंस्टीट्यूट ज्यादातर पूरे कोर्स के पीरियड के लिए ट्रैवल इन्श्योरेंस मांगते हैं।
………….
पासपोर्ट और वीजा से जुड़ी जानकारियां आवेदक भारतीय विदेश मंत्रालय की वेबसाइट से प्राप्त कर सकते हैं। सभी नियमों का पालन कर स्पष्ट आवेदन करने पर ये प्रक्रिया जल्दी पूरी होती है।
्तांशु चौरसिया, रीजनल पासपोर्ट ऑफिसर

Hindi News / Bhopal / भोपाल से विदेशी वीजा और पासपोर्ट लेने वालों में 60 फीसदी स्टूडेंट

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.