यह नाम गुलामी का प्रतीक है- हिंदू संगठन
भोपाल के हिंदू संगठन संस्कृति बचाओ मंच ने सीएम मोहन यादव को 55 क्षेत्रों के नामों की सूची भेजी है। इस संगठन के पदाधिकारी चंद्रशेखर तिवारी ने कहा, जिन नामों से आक्रांताओं की बदबू आती है और जो गुलामी के प्रतीक हैं, उनके नाम बदले जाएं। उनका यह भी कहना है कि ‘नाम रखना ही है तो शहनाई वादक बिस्मिल्ला खां या पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर रखा जाए, क्योंकि उन्होंने देश का मान बढ़ाया। लेकिन ये शाहजहां, जहांगीर और औरंगजेब कौन थे? उनका क्या इतिहास है, जो उनके नाम पर इलाकों के नाम रखे गए?’ ये भी पढ़े- बड़ी खबर: एमपी के मंत्री को हाईकोर्ट का नोटिस, फर्जी दस्तावेज होने का आरोप
सूची में शामिल इन जगहों के नाम
सीएम मोहन यादव को भेजी गई सूची में भोपाल का शाहजहांनाबाद, पीरगेट, जहांगीराबाद, ईदगाह हिल्स, हलाली डैम, बरखेड़ी, पिपलिया जाहर पीर, मुबारकपुर, उमरावगंज, सलामतपुर, शाहबाद, आलमपुर का नाम शामिल है। वहीँ, रायसेन जिले के गोहरगंज, नीरगंज, बेगमगंज, गैरतगंज, औबेदुल्लागंज, सुल्तानपुर के नाम को बदलने की मांग की गई है। बता दें कि, भाजपा सांसद अनिल फिरोजिया और महाकाल मंदिर के पुजारी ने भी कुछ दिन पहले उज्जैन स्थित अंडा गली, बेगम बाघ सहित 3 क्षेत्रों के नाम बदलने की मांग की थी। ये भी पढ़े- कांग्रेस भी बदलवाना चाहती है इन क्षेत्रों के नाम, सीएम मोहन यादव को लिखा पत्र
मुख्यमंत्री ने बदले 14 नाम
सबसे पहले मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अपने गृह जिले उज्जैन के तीन पंचायतों के नाम बदले थे। उन्होंने गजनी खेड़ी गांव का नाम मां चामुंडा नगरी, जहांगीरपुर का नाम बदलकर जगदीशपुर और मौलाना गांव का नाम बदलकर विक्रम नगर कर दिया था। इसके बाद रविवार को उन्होंने शाजापुर जिले के 11 गावों के नाम बदल दिया था। सीएम ने मोहम्मदपुर मछनाई का नाम मोहनपुर, ढाबला हुसैनपुर का नाम ढाबला राम, मोहम्मदपुर पवाड़िया का नाम रामपुर पवाड़िया, खजूरी अलाहदाद का नाम खजूरी राम, हाजीपुर का नाम हीरापुर गांव, निपानिया हिसामुद्दीन का नाम निपानिया देव, रीछड़ी मुरादाबाद का नाम रिछड़ी, खलीलपुर का नाम रामपुर, घट्टी मुख्तयारपुर का नाम घट्टी और ऊंचोद का नाम ऊंचावद कर दिया था।