35 फीसदी कर्मचारियों ने नहीं लगवाया टीका
भोपाल. कोरोना वैक्सीन को लेकर लोगों में डर अब भी बना हुआ है। यही कारण है कि वैक्सीनेशन का पहला सप्ताह बीतने के बावजूद डेढ़ हजार से ज्यादा कर्मचारियों ने वैक्सीन नहीं लगवाई। पहले हफ्ते के चार दिनों में शहर के 12 केन्द्रों पर 4591 स्वास्थ्यकर्मियों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया था। इसमें से सिर्फ 3011 यानी 65.58 फीसदी स्वास्थ्य कर्मचारियों ने ही टीका लगवाया।
चिरायु व एम्स में सबसे ज्यादा टीकाकरण
टीकाकरण के पहले सप्ताह पं. खुशीलाल शर्मा आयुर्वेदिक अस्पताल को छोड़कर सभी 11 केन्द्रों पर रोजाना सौ स्वास्थ्यकर्मियों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया था। इनमें से सबसे ज्यादा 92.35 फीसदी टीकाकरण चिरायु अस्पताल में हुआ है। जबकि, दूसरे नंबर पर एम्स में 85 फीसदी और तीसरे नंबर पर बीएमएचआरसी में 76.75 प्रतिशत कर्मचारियों को टीके लगाए गए हैं।
हमीदिया सबसे पिछड़ा
हमीदिया में कोरोना मरीजों के बीच रहकर इलाज करने वाले कर्मचारी खुद वैक्सीन लगवाने से डर रहे हैं। पहले सप्ताह 63 फीसदी कर्मचारियों ने टीका नहीं लगवाया। हमीदिया में चार दिन में 37.25 फीसदी (सिर्फ 149) कर्मचारियों का टीकाकरण हुआ है। वजह टीकाकरण के लिए बनाई गई सूचियों में उन कर्मचारियों के नामों को प्राथमिकता दी गई, जो दफ्तर में बैठकर काम कर रहे थे। इससे अस्पताल में ड्यूटी कर रहे कर्मचारी छूट गए। अगले सप्ताह में इन्हें टीका लगेगा। टीकाकरण के अंतिम दिन जीएमसी ने जोर लगाया और दैनिक लक्ष्य से ज्यादा 119 कर्मचारियों का टीकाकरण किया।
विशेषज्ञ डॉक्टर लगवा रहे टीका
एक तरफ स्वास्थ्य कर्मचारी जहां टीका लगवाने से बच रहे हैं, वहीं उनका डर दूर करने विशेषज्ञ डॉक्टर इसके लिए आगे आ रहे हैं। गुरुवार को हमीदिया अस्पताल के मेडिकल विशेषज्ञ डॉ. आरएस मीणा, श्वांस रोग विशेषज्ञ डॉ. पराग शर्मा ने टीका लगवाया। वहीं स्वास्थ्य विभाग के अपर संचालक डॉ. पंकज शुक्ला और उनकी पत्नी डॉ. आभा शुक्ला ने टीका लगवाया।