आपको बता दें कि, शहर के नजदीक स्थित हलाली नदी में डूबने से मंगलवार को 2 बच्चों की मौत हो गई थी। रेस्क्यू के दौरान एक बच्चे को बचा लिया गया। घटना के बाद परिजन का अंधविश्वास भी देखने को मिल। दो बच्चों को जब अस्पताल द्वारा मृत घोषित किया गया, तो परिजन को इसपर यकीन ही नहीं हुआ, उन्होंने अस्पताल के शव गृह में रखी दोनों बच्चों की डेडबॉडी को नमक के ढेर में दबा दिया। परिवार का कहना था कि, ऐसा करके वो अपने मरे हुए बच्चों को दौबारा से जिंदा कर लेंगे। करीब 2 घंटों वो बच्चों के शव नमक में गाढ़ कर उनमें जान फूंकने की कोशिश करते रहे।
पढ़ें ये खास खबर- इंटरनेशनल क्रिकेट में चमकेगा MP का एक और बल्लेबाज, ओमान क्रिकेट टीम से खेलेंगे शोएब
शहर से सटे ईंटखेड़ी में रहते थे दोनों बच्चे
बता दें कि, करीब दो घंटे बाद ईंटखेड़ी पुलिस द्वारा मृतक बच्चों के परिजन को समझाइश दी गई, तब कहीं जाकर शवों को नमक से बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिये भोपाल के हमीदिया अस्पताल भेजा जा सका। डेम में डूबकर जान गवाने वाले दोनों बच्चे ईंटखेड़ी के रहने वाले हैं। इनकी पहचान 9 वर्षीय पर्व परिहार और 7 वर्षीय शरस माली के रूप में हुई है। हालांकि, हादसे का शिकार हुए तीसरे बच्चे युवराज माली को रेस्क्यू के दौरान बचा लिया गया था।
पढ़ें ये खास खबर- Weather Alert : MP में एक्टिव हुए 3 सिस्टम, 13 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
युवराज ने पुलिस को बताया- इस वजह से हुआ हादसा
ईंटखेड़ी थाना प्रभारी सुनील चतुर्वेदी ने बताया कि, घटना में बच जाने वाले युवराज माली से लिये गए बयान में उसने बताया है कि, हम तीनों दोस्त नदी के किनारे हाथ पकड़कर खेल रहे थे। पानी गिरने की वजह से फिसलन हो रही थी, तभी अचानक हम तीनों का पैर फिसला, जिसकी वजह से हम तीनों नदी में गिर गए।
टावर पर चढ़ें युवक की की मांगे सुनकर पुलिस भी हैरान, देखें Video