प्रदेश में असंगठित क्षेत्र में कार्यरत लाखों मजदूरों के लिए संबल योजना बेहद लाभप्रद योजना है। इसमें मजदूरों को जन्म से लेकर मृत्यु तक आर्थिक सहायता दी जाती है। संबल योजना में अंत्येष्टि सहायता, मृत्यु या दिव्यांगता पर अनुग्रह सहायता, शिक्षा प्रोत्साहन, प्रसूति सहायता, आयुष्मान भारत, राशन पर्ची आदि का लाभ दिया जा रहा है।
यह भी पढ़ें: एमपी में ‘पैसा दो काम लो’ का सिद्धांत लागू, बड़े नेता के ट्वीट ने मचाई खलबली बुधवार को डॉ. मोहन यादव संबल योजना के अंतर्गत अनुग्रह सहायता के कुल 10 हजार 236 प्रकरणों में राशि जारी करेंगे।
मजदूरों के परिवारों को 225 करोड़ रुपए की सहायता राशि बैंक खातों के माध्यम से वितरित की जाएगी। बता दें कि प्रदेश में अब तक 1 करोड़ 73 लाख मजदूरों का संबल 2.0 योजना के अंतर्गत पंजीयन किया जा चुका है।
मजदूरों के परिवारों को 225 करोड़ रुपए की सहायता राशि बैंक खातों के माध्यम से वितरित की जाएगी। बता दें कि प्रदेश में अब तक 1 करोड़ 73 लाख मजदूरों का संबल 2.0 योजना के अंतर्गत पंजीयन किया जा चुका है।
संबल योजना में अनुग्रह सहायता में दुघर्टना में मृत्यु होने पर 4 लाख रूपए और सामान्य मृत्यु होने पर 2 लाख रूपए दिए जाते हैं। स्थायी अपंगता पर 2 लाख रूपये और आंशिक स्थायी अपंगता पर 1 लाख रूपए का प्रावधान है। अंत्येष्टि सहायता के रूप में 5 हजार रूपए दिए जाते हैं। प्रसूति सहायता के रूप में 16 हजार रूपए दिए जाते हैं।
मजदूरों के बच्चों को निःशुल्क शिक्षा उपलब्ध करवाई जाती है। लाखों मजदूरों और प्लेटफार्म वर्कर्स को भी संबल योजना में शामिल कर इनका पंजीयन किया गया है। सभी संबल हितग्राहियों को आयुष्मान योजना के अंतर्गत पात्र किया गया है। इससे वे 5 लाख रूपए की निःशुल्क चिकित्सा सुविधा ले सकते हैं।