haryana roadways employee
भिवानी। रोड़वेज कर्मचारियों ने सरकार की निजीकरण व आऊटसोर्सिंग से भर्ती करने की नीतियों का कड़ा विरोध किया है। रोड़वेज कर्मचारी यूनियन (महासंघ), हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन (सर्व कर्मचारी संघ) व रोडवेज वर्कर्स यूनियन (इंटक) की तालमेल कमेटी ने गेट मिटिंग कर दो घंटे का विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन की अध्यक्षता डिपो प्रधान ईश्वर शर्मा, डिपो प्रधान राजकुमार दलाल, व डा.रमेश ने संयुक्त रूप से की तथा संचालन डिपो सचिव राजेश शर्मा ने किया। राज्य कमेटी के नेता औमप्रकाश ग्रेवाल व पवन शर्मा उपस्थित रहे। डिपो प्रधान ईश्वर शर्मा ने कहा कि हरियाणा रोडवेज की कर्मशालाओं में पिछले 25 वर्षों से नियमित भर्ती नहीं की गई है तथा भारी संख्या में कर्मचारी सेवानिवृत हो चुके हैं। इससे अब कर्मशाला की तकनीकी कर्मचारी नाममात्र के ही रह गए हैं। कर्मचारियों की संख्या कम होने के कारण रोडवेज बसों की मुरम्मत पर असर पड़ रहा है।
तालमेल कमेटी पिछले लंबे समय से पक्की भर्ती की मांग करती आ रही है। लेकिन सरकार नई नीति लागू करके आऊटसोर्सिंग से भर्ती करके प्रदेश के हजारों पढ़े लिखे बेरोजगार युवकों का नाम मात्र वेतन में ठेकेदार के हाथों शोषण करवाना चाहती है। तालमेल कमेटी सरकार से मांग करती है कि रोडवेज में सभी कैटेगरी के खाली पड़े हजारों पदों पर पक्की भर्ती शीघ्र करे।
निजीकरण की नीति पर तुरंत रोक लगाकर रोडवेज में 10 हजार सरकारी बसें शामिल की जाएं, कर्मचारियों की प्रमोशन की सूचि शीघ्र जारी की जाए तथा कर्मचारियों की एलटीसी का भुगतान शीघ्र किया जाए अन्यथा रोडवेज कर्मचारी सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन करेंगे।