औद्योगिक क्षेत्र भिवाड़ी, नीमराना, घिलोठ, बहरोड़ में अप्रेल 2022 में 263 मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) और लेटर ऑफ इंटेंट (एलओआई) हुए थे। इन समझौतों से क्षेत्र में 13885 करोड़ का निवेश और 52324 रोजगार का सृजन होना था। दो साल बाद पत्रिका ने पड़ताल की तो निवेश की असल स्थिति सामने आई। प्रदेश सरकार और जिला इकाइयों द्वारा निवेश को बढ़ावा देने के लिए जयपुर, अलवर, दिल्ली, हैदराबाद सहित अन्य शहरों में रोड शो और इंवेस्ट समिट आयोजित की गई थीं। इस दौरान एमओयू करने वाली 14 कंपनियों ने हाथ पीछे खींच लिए हैं। ये कंपनी 832 करोड़ का निवेश कर 5070 कामगारों को रोजगार देती। वहीं चार कंपनियों के प्रस्ताव को विभागीय स्तर पर अनुमति नहीं दी गई है, चार इकाइयों को 674 करोड़ का निवेश कर 1170 रोजगार देने थे। इंवेस्ट समिट की सफलता को देखें तो अभी तक 103 इकाइयों ने 4569 करोड़ का निवेश कर 12578 रोजगार दिए हैं। जबकि 93 इकाई जिनका निवेश 4380 करोड़ है, उनमें निर्माण कार्य चल रहे हैं। ये इकाई 20592 रोजगार देंगी। वहीं एक एमओयू का मामला विभागीय स्तर पर लंबित हैं इसमें 4.30 करोड़ का निवेश और 60 रोजगार प्रस्तावित हैं। वहीं 48 एमओयू के मामले निवेशकों के स्तर पर अभी तक लंबित हैं, इनसे 3425 करोड़ का निवेश और 12854 रोजगार मिलने हैं।
समिट में भिवाड़ी का योगदानप्रदेश में दो साल बाद होने वाली इंवेस्ट समिट में भिवाड़ी का बड़ा योगदान रहने वाला है। पूर्व में भी हुई समिट में भिवाड़ी में बड़ी कंपनियों ने एमओयू किए। भिवाड़ी में हुए एमओयू जमीन पर भी आ चुके हैं। उक्त फैक्ट्रियों में उत्पादन भी शुरू हो चुका है। इस बार भी भिवाड़ी औद्योगिक क्षेत्र में जितने बड़े एमओयू होंगे, इंवेस्ट समिट की सफलता का ग्राफ बढ़ता जाएगा।