शादी में नहीं बुलाने की ‘सजा’
जानकारी के मुताबिक पूरा मामला भिंड के चंदुपुरा का है। जहां गांव के ही एक युवक ने शादी में न बुलाने के कारण शादी के दो महीने बाद दूल्हे की पिटाई कर दी। पीड़ित युवक का नाम दिलीप है जिसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि लॉकडाउन के दौरान 26 मई को उसकी शादी हुई थी। कोविड गाइडलाइन के तहत उसकी शादी में सीमित रिश्तेदारों को ही बुलाया गया था। किसी भी दोस्त व गांव वाले को शादी में नहीं बुलाया था। गांव के ही नरेन्द्र कुशवाह ने रक्षाबंधन के दिन उससे शादी के नाम पर शराब पार्टी मांगी और 500 रुपए पार्टी करने के लिए मांगे। जिस पर दिलीप ने 100 रुपए नरेन्द्र को दे दिए जिस पर नरेन्द्र इस कदर गुस्साया कि उसने दिलीप पर हमला कर दिया और उसके साथ जमकर मारपीट की। मारपीट में दिलीप के चेहरे, आंख और शरीर के कई हिस्सों में चोट आई है। नरेन्द्र के चंगुल से छूटकर किसी तरह दिलीप भागकर सीधे थाने पहुंचा और पुलिस को पूरी घटना के बारे में बताते हुए नरेन्द्र के खिलाफ मारपीट की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच में ले लिया है। पुलिस का कहना है कि पीड़ित की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। जो भी तथ्य सामने आ रहे हैं, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
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शादी में न बुलाने पर नाराजगी का पहला मामला नहीं
बता दें कि लॉकडाउन में कोविड गाइड लाइन के तहत निर्धारित संख्या में ही लोगों की अनुमति होती थी। तब कई शादियां कोविड गाइड लाइन के तहत हुईं जिनमें तय संख्या में ही शादी वाले परिवारों के रिश्तेदार शामिल हो पाए। लॉकडाउन खत्म होने के बाद इस तरह की घटनाएं पहले भी सामने आ चुकी हैं जिनमें शादी में न बुलाने के कारण विवाद हुए हैं। 23 अप्रैल को भिंड के चतुर्वेदी नगर में एक साले ने भांजे की शादी में ना बुलाने पर अपने जीजा पर पायरिंग कर दी थी, जिसमें पीड़ित बाल-बाल बचा था।
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