दरअसल, पीडब्ल्यूडी के पीएस ने ग्वालियर-चंबल संभाग सहित प्रदेश के सभी कार्यपालन यंत्री के साथ अगस्त में हुई समीक्षा बैठक में कहा था कि यदि कहीं गड्ढा या सड़क खराब है तो बताएं। इस पर सभी ने सड़क खराब नहीं होने व कोई भी गड्ढा नहीं होने की बात कही। पीएस ने 22 अगस्त तक प्रमाण मांगे। इसके बाद सभी कार्यपालन यंत्री ने रिपोर्ट दे दी। इसके बाद पीएस ने पीआइयू विभाग के अधिकारियों से जब क्रॉस चेक कराया तो कई सड़कों पर गड्ढे मिले।
लोकपथ एप मिली शिकायतें
लोकपथ ऐप पर गोहद की पांच शिकायतें मिलीं। कार्यपालन यंत्री एबी साहू से कारण पूछा गया तो उन्होंने बताया कि तीन पर कार्य करा दिया है। बारिश के चलते अभी दो पर नहीं हुआ है। बारिश रुकते ही करा दिया जाएगा, लेकिन विभाग ने मामले में कार्यपालन यंत्री को जिम्मेदार मानते हुए सेवानिवृत्ति वाले दिन ही नोटिस जारी कर दिया।
क्या बोले कार्यापालन यंत्री
कार्यपालन यंत्री एबी साहू ने बताया कि वह 30 अगस्त को पीडब्ल्यूडी विभाग से रिटायर हो चुके हैं। उसी दिन उनके वाट्सएप पर गड्ढे नहीं भरने का कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। इस पर उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि मैंने गोहद में बारिश होने की बात कहते हुए जवाब दे दिया था। इसके बाद क्या हुआ मुझे नहीं पता कि इस मामले में क्या हुआ।