केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गड़करी ने जब भिंड ग्वालियर 6 लेन की घोषणा की थी तो लोगों को उम्मीद थी कि यह जल्द बनकर तैयार हो जाएगा लेकिन एमपीआरडीसी के अधिकारियों ने उनकी आस पर पानी फेर दिया। बताया गया था कि 2025 तक अनुबंध होने के कारण नए 6 लेन का कार्य प्रारंभ नहीं किया जा सकता। अब यह अनुबंध बढ़ा दिया गया है जिससे प्रोजेक्ट और लटक गया है।
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मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम ने पीएनसी कंपनी का अनुबंध मार्च 2028 तक बढ़ा दिया है। यह एजेंसी हाइवे पर आगे भी टोल टैक्स संचालित करेगी। अनुबंध बढ़ जाने के साथ ही नेशनल हाइवे 719 के 6 लेन का प्रोजेक्ट अब 3 सालों के लिए टल गया है।
मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम ने पीएनसी कंपनी का अनुबंध मार्च 2028 तक बढ़ा दिया है। यह एजेंसी हाइवे पर आगे भी टोल टैक्स संचालित करेगी। अनुबंध बढ़ जाने के साथ ही नेशनल हाइवे 719 के 6 लेन का प्रोजेक्ट अब 3 सालों के लिए टल गया है।
6 लेन की मांग को लेकर एक माह पूर्व संत समाज ने आंदोलन शुरु किया था। तब प्रशासन ने 6 माह में डीपीआर तैयार कर काम शुरू करने का आश्वासन दिया था, लेकिन आंदोलन करने वाले लोगों की उम्मीदों पर एक बार फिर पानी फिर गया है।
हाइवे पर ब्लैक स्पॉट पर हो रहे हादसे
हाइवे पर भिंड से मालनपुर तक 8 ब्लैक स्पॉट वाहन चालकों के लिए डेंजर जॉन बने हुए हैं। नहर के पास पेट्रोल पंप के सामने, बरोही की तिवरिया, बहुआ, बरहद, गोहद चौराहा, बाराहेट, सर्वा और हनुमान चौराहा मालनपुर में ब्लैक स्पॉट हैं।
हाइवे पर भिंड से मालनपुर तक 8 ब्लैक स्पॉट वाहन चालकों के लिए डेंजर जॉन बने हुए हैं। नहर के पास पेट्रोल पंप के सामने, बरोही की तिवरिया, बहुआ, बरहद, गोहद चौराहा, बाराहेट, सर्वा और हनुमान चौराहा मालनपुर में ब्लैक स्पॉट हैं।
हाइवे पर एक दर्जन स्थानों पर ब्रेकर भी वाहन चालकों की मुसीबत बढ़ा रहे हैं। भिंड से गोहद तक पेंचवर्क के दौरान रोड का बेस ऊंचा-नीचा कर दिया है, जिससे बाइक सवार अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं। वहीं एमपीआरडीसी ने डेंजर जॉन को खत्म करने के भी प्रयास नहीं किए हैं।
मौजूदा हाईवे 108 किलोमीटर लंबा
अभी इस हाईवे की लंबाई 108 किलोमीटर है जोकि टू लेन है। यह पुरानी छावनी से इटावा तक प्रस्तावित है। इसे गोले का मंदिर-एयरपोर्ट रोड, मेहगांव, भिंड की कुछ ही जगहों पर फोरलेन रखा गया है। प्रोजेक्टर पर करीब 2700 करोड़ रुपए का खर्च आएगा।
अभी इस हाईवे की लंबाई 108 किलोमीटर है जोकि टू लेन है। यह पुरानी छावनी से इटावा तक प्रस्तावित है। इसे गोले का मंदिर-एयरपोर्ट रोड, मेहगांव, भिंड की कुछ ही जगहों पर फोरलेन रखा गया है। प्रोजेक्टर पर करीब 2700 करोड़ रुपए का खर्च आएगा।
विशेषज्ञ बताते हैं कि इस हाइवे को लेकर शासन गंभीर नजर नहीं आ रहा है। दरअसल, इंडस्ट्रियल एरिया मालनपुर में गैस पाइप लाइन और पूरे रूट में बिजली-पानी सहित कई चीजों में भारी मुआवजा देना होगा। इस वजह से प्रशासन इस प्रोजेक्ट पर तेजी नहीं दिखा रहा।
कंपनी का अनुबंध बढ़ाकर प्रोजेक्ट लटकाने का भिंड के लोग जोरदार विरोध कर रहे हैं। समाजसेवी सुनील फौजी बताते हैं कि कंपनी का अनुबंध बढ़ाना सरासर गलत है। प्रशासन ने 6 माह में डीपीआर तैयार कर 6 लेन का निर्माण शुरू करने का आश्वासन दिया था। हमें गुमराह किया गया, इसके विरोध में आंदोलन करेंगे। इधर एमपीआरडीसी भिंड के महाप्रबंधक राजेश दाहिमा ने बताया कि 6 लेन के लिए डीपीआर की प्रक्रिया जल्द चालू की जाएगी।