डेढ़ वर्ष पहले सगाई, एक बार टल गई शादी
आरसी व्यास कॉलोनी निवासी प्रकाश नवाल के पुत्र अपूर्व मुम्बई में आईआईटी से एरो स्पेश में बी टेक करने के बाद मास्टर और पीएचडी करने के लिए आठ साल पहले अमेरिका गए। वहां अपूर्व ने डिग्री प्राप्त की। मध्यप्रदेश की सतना निवासी आकृति जैन ने खड़गपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिग्री लेने के बाद अमेरिका में यूनिवर्सिटी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी की। दोनों की वहां मुलाकात हुई और डेढ़ वर्ष पहले सगाई हो गई। पिछले साल नवम्बर में भीलवाड़ा में दोनों की शादी होनी थी, लेकिन कोरोना महामारी के कारण वे नहीं आ पाए। इससे विवाह स्थगित हो गया। इसके बाद २ जुलाई को विवाह तय हुआ। इस बार भी कोरोना की दूसरी लहर के कारण युगल का दुबारा भारत आना सम्भव नहीं हो पाया।
आरसी व्यास कॉलोनी निवासी प्रकाश नवाल के पुत्र अपूर्व मुम्बई में आईआईटी से एरो स्पेश में बी टेक करने के बाद मास्टर और पीएचडी करने के लिए आठ साल पहले अमेरिका गए। वहां अपूर्व ने डिग्री प्राप्त की। मध्यप्रदेश की सतना निवासी आकृति जैन ने खड़गपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिग्री लेने के बाद अमेरिका में यूनिवर्सिटी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी की। दोनों की वहां मुलाकात हुई और डेढ़ वर्ष पहले सगाई हो गई। पिछले साल नवम्बर में भीलवाड़ा में दोनों की शादी होनी थी, लेकिन कोरोना महामारी के कारण वे नहीं आ पाए। इससे विवाह स्थगित हो गया। इसके बाद २ जुलाई को विवाह तय हुआ। इस बार भी कोरोना की दूसरी लहर के कारण युगल का दुबारा भारत आना सम्भव नहीं हो पाया।
परिजनों ने समझाया, ऑनलाइन की व्यवस्था
कोरोना महामारी को देखते हुए दोनों के परिजनों ने युगल को अमेरिका में ही शादी करने के लिए राजी किया। वर-वधू को ऑनलाइन आशीर्वाद देने की बात कही। अपूर्व शुक्रवार को आकृति के साथ अमेरिका के इडियाना पोलिस शहर में सात फेरे लेकर विवाह बंधन में बंध गए। उसने शादी की रस्म को ऑनलाइन दिखाने की व्यवस्था की। अपूर्व के परिजन भीलवाड़ा और आकृति के परिजन सतना में घर बैठकर शादी की रस्म के साक्षी बने।
कोरोना महामारी को देखते हुए दोनों के परिजनों ने युगल को अमेरिका में ही शादी करने के लिए राजी किया। वर-वधू को ऑनलाइन आशीर्वाद देने की बात कही। अपूर्व शुक्रवार को आकृति के साथ अमेरिका के इडियाना पोलिस शहर में सात फेरे लेकर विवाह बंधन में बंध गए। उसने शादी की रस्म को ऑनलाइन दिखाने की व्यवस्था की। अपूर्व के परिजन भीलवाड़ा और आकृति के परिजन सतना में घर बैठकर शादी की रस्म के साक्षी बने।