पहले रैकी करते, लॉक तोड़ चुरा ले जाते
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि सुनसान इलाका और भीड़भाड़ क्षेत्र की रैकी करते थे। मौका पाकर दुपहिया वाहन का लॉक तोड़कर चुरा ले जाते थे। चुराए वाहन को एक स्थान पर छिपा देते। बाद में औने-पौने दामों में बेचकर पैसा बराबर बांट लेते थे। वाहन चोरी से मिली रकम से मौज शौक पूरा करते थे। महंगा कपड़े, शराब और अय्याशी में पैसा खर्च करते थे। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर उनके साथियों के बारे में पता कर रही है। वहीं चुराए गए वाहन को किसको बेचते थे इस बारे में पता किया जा रहा है।