बीगोद (भीलवाड़ा)। श्रीपुरा गांव के निकट शुक्रवार दोपहर बनास नदी में दो बालक डूब गए। इनमें एक को ग्रामीणों ने बचा लिया, जबकि दूसरा बह गया। देर रात तक गोताखोर समेत क्षेत्र के लोग उसकी तलाश में लगे रहे।
पुलिस के अनुसार आकोला निवासी निसार मंसूरी अपने पुत्र आशिक (15) तथा शोएब (8) पुत्र मोइनुद्दीन के साथ श्रीपुरा बनास नदी तट पर स्थित दरगाह पर नियाज का खाना कार्यक्रम में शामिल होने रिश्तेदार की बाइक पर आकोला से निकला। रिश्तेदार ने तीनों को गेता पारोली गांव में छोड़ दिया। यहां से तीनों बनास नदी के किनारे पैदल ही श्रीपुरा के लिए रवाना हो गए। इस बीच, अशिक व शोएब आगे निकल कर नदी के पानी में उतर गए। कुछ कदम आगे जाते ही दोनों पानी डूबने लगे।
उनको बचाने के लिए शौकत मेव, कालू मेवाती व अलीशेर मेवाती नदी में कूद गए। उन्होंने दोनों बच्चों को पकड़ भी लिया। लोगों ने शोएब को निकाल लिया, लेकिन पानी का बहाव तेज होने से आशिक हाथ से छूट गया। उसकी काफी तलाश की गई, लेकिन वह नहीं मिला।
तलाश में लगे गोताखोर आशिक की तलाश में बीगोद के आधा दर्जन गोताखोर भी पहुंचे। देर रात तक उसका पता नहीं चल सका। कई ग्रामीण सोपुरा के पास पुलिया पर जाली लगाकर उसकी तलाश में जुटे रहे।
पांच भाई-बहन नदी में डूबे आशिक मंसूरी के तीन बहनें व एक बड़ा भाई है। हादसे के बाद पिता के आंखों से आंसू थम नही रहे हैं। मां का आकोला में रो-रोकर बुरा हाल है।