READ: रोगियों की जान पर भारी डॉक्टरों की हड़ताल खबर प्रकाशित होते ही हरकत में आए विद्यालय प्रबंधन ने टंकी की आनन-फानन में सफाई कराई। टंकी पर नोट भी लगाया की टंकी में पानी पीना मना है। वही टंकी के गेट पर ताला भी लगा दिया। प्रधानाध्यापिका सुशीला लोहिया ने बताया कि मैंने कल ही पानी चखा था, परंतु मेरे को जुकाम होने से टंकी के पानी से बदबू नहीं आ पाई। टंकी को खाली करवाकर साफ कर दिया है व बच्चों के पीने के लिए पानी की कैन रखवा दी गई हैं।
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ग्रामीणाेें ने दी आंदोलन की चेतावनी
विद्यालय की पानी की टंकी से दूषित पानी बच्चों को पिलाने के मामले में ग्रामीणों ने आंदोलन की चेतावनी दी थी।
ग्रामीणों का कहना था कि जहां सरकार एक तरफ स्वच्छता का पाठ पढ़ाने के संदेश दे रही है। वही दूसरी और सरदार नगर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में पीने के पानी की टंकी में तीन दिन से चूहा मरा हुआ पड़ा है। विद्यालय प्रबंधन की अनदेखी के चलते बच्चे दूषित पानी पीने को मजबूर है। टंकी में कचरा ही कचरा हो रहा था। टंकी के ढक्कन पर ताला नहीं लगा था। विद्यालय में पढने वाले बच्चो के बीमार होने का खतरा बना हुआ था।
ग्रामीणाेें ने दी आंदोलन की चेतावनी
विद्यालय की पानी की टंकी से दूषित पानी बच्चों को पिलाने के मामले में ग्रामीणों ने आंदोलन की चेतावनी दी थी।
ग्रामीणों का कहना था कि जहां सरकार एक तरफ स्वच्छता का पाठ पढ़ाने के संदेश दे रही है। वही दूसरी और सरदार नगर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में पीने के पानी की टंकी में तीन दिन से चूहा मरा हुआ पड़ा है। विद्यालय प्रबंधन की अनदेखी के चलते बच्चे दूषित पानी पीने को मजबूर है। टंकी में कचरा ही कचरा हो रहा था। टंकी के ढक्कन पर ताला नहीं लगा था। विद्यालय में पढने वाले बच्चो के बीमार होने का खतरा बना हुआ था।
टंकी के गेट पर लगाया ताला, लिखवाया पानी पीना मना है
विद्यालय प्रबंधन ने पानी की टंकी पर लिखवाया कि इस टंकी से पानी पीना मना है। वही टंकी के गेट पर ताला भी लगवा दिया। बच्चों के पानी के लिए शुद्ध पानी की कैने रखवाई गई।
विद्यालय प्रबंधन ने पानी की टंकी पर लिखवाया कि इस टंकी से पानी पीना मना है। वही टंकी के गेट पर ताला भी लगवा दिया। बच्चों के पानी के लिए शुद्ध पानी की कैने रखवाई गई।