रेलवे फाटक से लेकर सर्किट हाउस तथा गंगापुर तिराहे पर सड़क की हालत ज्यादा खराब है। एक साल से शहर की आमजनता गड्ढों से परेशान हैं, लेकिन प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है। इन सड़कों को सुधारने के लिए जिला कलक्टर आशीष मोदी ने सितम्बर 2022 में आदेश दिए थे। कलक्टर के आदेशों की पूरी पालना नहीं हो पाई है। मेंटेनेंस के नाम पर गड्ढों को रेत से भर दिया गया। इससे हादसों की संख्या बढ़ गई।
रेलवे फाटक से सर्किट हाउस तक सड़क पूरी तरह गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। वाहन चालक परेशान हैं लेकिन प्रशासन सुध नहीं ले रहा। यह बात और है कि प्रशासन के आला अधिकारी आए दिन इधर से गुजरते हैं।
हर रोज हो रहे हैं हादसे
यह सड़क प्रमुख मार्गों को जोड़ने का मुख्य रास्ता है, लेकिन गड्ढों के कारण हादसे भी बढ़ रहे हैं। शहर के अन्य क्षेत्रों में भी यही स्थिति है। नगर परिषद के सामने सड़क टूटी है। सूचना केन्द्र चौराहे से भीमगंज पुलिस थाने तक की रोड भी टूटी है। महात्मा गांधी अस्पताल के मुख्य द्वार के पास गड्ढा होने से वहां लोगों ने पत्थर लगा रखा है ताकि वाहन चालक बचकर निकल सके। वही बड़ला चौराहे से शास्त्रीनगर तक की रोड़ भी क्षतिग्रस्त है।