राजस्थान टेक्सटाइल मिल्स एसोसिएशन अध्यक्ष एसएन मोदानी ने बताया कि वस्त्र मंत्री से टेक्सटाइल उद्योग के लिए मूलभूत कच्चा माल, विभिन्न फाइबर उचित मूल्य पर उपलब्ध कराने तथा पॉलिसी बनाने का आग्रह किया। कहा कि कॉटन की दर लगभग 22, विस्कोस फाइबर की 20, पॉलिस्टर फाइबर की दर 38 प्रतिशत से ज्यादा है। इससे अन्तरराष्ट्रीय बाजार में भारत निर्मित उत्पादों की मांग घट रही है। प्रतिनधिमंडल ने टफ योजना को पुर्नजीवित करने की जरूरत बताई। मंत्री सिंह को भीलवाड़ा आने का भी न्योता दिया। चेयरमैन राकेश मेहरा, दक्षिण भारत टेक्सटाइल उद्योग संगठन (सीमा) डिप्टी चेयरमैन दुराई पलानीसामी, वर्धमान टेक्सटाइल के संयुक्त प्रबंध निदेशक नीरज जैन भी मौजूद थे।