आचार्य महाश्रमण के चातुर्मास के लिए तेरापंथ नगर तैयार
भीलवाड़ा। अहिंसा यात्रा के प्रणेता और तेरापंथ धर्मसंघ के 11वें आचार्य महाश्रमण का भीलवाड़ा में चार्तुमास के लिए मंगल प्रवेश में अब 15 दिन शेष रह रह गए हैं। उनका 18 जुलाई को भीलवाड़ा में मंगल प्रवेश होगा। इससे पूर्व 9 जुलाई को उनका मध्यप्रदेश से राजस्थान में मंगल प्रवेश होगा। वे अब तक ५० हजार किलोमीटर से ज्यादा दूरी की पदयात्रा कर चुके है। उनकी पदयात्रा निरन्तर जारी है। उनके स्वागत के लिए पूरे शहर में तैयारियां चल रही है। चित्तौड़ रोड पर चार्तुमास के लिए बनाए तेरापंथ नगर में सारे कार्य अंतिम चरण में है। आचार्य महाश्रमण चातुर्मास प्रसाव समिति के अध्यक्ष प्रकाश सुतरिया ने बताया कि आचार्य महाश्रमण की अगवानी के लिए पूरे शहर को स्वच्छ और हरा भरा बनाया जा रहा है। ओवरब्रिज के पास विशाल स्वागत द्वार बन रहा है। तेरापंथ नगर में महाश्रमण सभागार, प्रवचन सभागार, भोजनशाला लगभग तैयार है तेरापंथ नगर में डामर की सड़कें बनाने का काम चल रहा है। सभी काम को पूरा करने के लिए ३०० से अधिक कर्मचारी व समाज के लोग लगे हुए है। सुतरिया ने बताया कि भारत के 23 राज्यों और नेपाल व भूटान में सद्भावना, नैतिकता एवं नशामुक्ति की अलख जगाने वाले आचार्य महाश्रमण की प्रेरणा से करोड़ों लोग नशामुक्ति की प्रतिज्ञा स्वीकार कर चुके हैं। आचार्य ने न केवल भारत बल्कि नेपाल और भूटान जैसे देशों में भी मानवता के उत्थान के लिए महत्वपूर्ण कार्य किया। आचार्य के नेतृत्व में २50 से अधिक संत-साध्वियां और हजारों कार्यकर्ता समाजोत्थान के कार्य में लगे है।