शहर के पटेलनगर में शनिवार शाम को पुलिस ने आवासीय बस्ती के बीच मकान में चल रहा सट्टाघर पकड़ा। यह बड़े स्तर पर सट्टे की खाईवाली की जा रही थी। पुलिस ने दबिश देकर सात जनों को गिरफ्तार कर 61 मोबाइल, एक लेपटॉप, केलकुलेटर तथा एक इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम जब्त किए। मौके से 5 हजार 635 रुपए की राशि भी जब्त की। प्रतापनगर थाना पुलिस ने गैम्बिलिंग एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।
PIC : बजरी से भरे ट्रैक्टर ने युवक को कुचला, मुआवजे की मांग को लेकर ग्रामीणों ने शव रखकर किया प्रदर्शन पुलिस उपाधीक्षक राजेश मीणा को मुखबिर से सूचना मिली कि पटेलनगर में मोहन झुर्रानी के मकान में सट्टे का बड़ा कारोबार चल रहा है। इस पर डीएसपी मीणा व प्रतापनगर थानाधिकारी नवनीत व्यास के नेतृत्व में टीम ने दबिश दी। यहां सट्टा लगाते आरसी व्यास कॉलोनी निवासी दिलीप कुमार , पटेलनगर निवासी दोलसाना मल सिंधी, मंदसौर निवासी वासुदेव सोनी, राजमल उर्फ राजकुमार अग्रवाल, आशीष सोनी, पुराना बापूनगर निवासी मुकेश सिंधी तथा नाथद्वारा सराए निवासी देवीलाल सिंधी को गिरफ्तार किया। पुलिस को देखकर आरोपित हक्के-बक्के रह गए। उन्होंने भागने का प्रयास किया तो पुलिस ने घेराबंदी करके पकड़ लिया।
READ: शिलापट्ट तोड़ने का मामला: कोटड़ी चारभुजानाथ मंदिर परिसर में नहीं होगी सामाजिक व राजनीतिक बैठकें, सर्वसमाज का निर्णय चेक अनादरण पर एक साल का कारावास भीलवाड़ा। विशिष्ठ न्यायिक मजिस्टे्रट (एनआई एक्ट मामलात) संख्या दो ने चेक अनादरण के मामले में रीको एरिया क्षेत्र स्थित अमित कंफैक्शरी वक्र्स के पार्टनर प्रवीण चन्द्र नाहर को दोषी मानते हुए एक साल के कारावास की सजा सुनाई। साढ़े सात लाख रुपए प्रतिकर के आदेश भी दिए।
प्रकरण के अनुसार पेच एरिया स्थित प्रदीप्त कलर कैम के प्रोपराइटर मनोहरलाल लखारा ने दायर परिवाद में बताया कि वह केमिकल का व्यवसाय करते हैं। अभियुक्त प्रवीणचन्द्र नाहर की फर्म ने समय-समय पर केमिकल उधार खरीदा। इसके आंशिक भुगतान के लिए 2 लाख 73 हजार 374 तथा 2 लाख 49 हजार 600 रुपए का दो चेक दिया। निर्धारित समय पर चेक बैंक में लगाने पर अनादरित हो गया। तकाजा करने के बावजूद राशि नहीं लौटाई गई। अदालत ने चेक अनादरण का दोषी मानते हुए प्रवीण चन्द्र नाहर को एक साल के कारावास की सजा सुनाई।