अयोध्या पहुंचा जयपुर का पहला जत्था, कारसेवक ने कहा-छुपते-छिपाते अयोध्या पहुंचे, तब वहां चल रही थी गोलियां
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट अयोध्या से भीलवाड़ा की पूरणदासजी की बगीची के महंत आशुतोष दास को भी न्योता मिला है। महंत थाल और मुकुट लेकर शनिवार दोपहर 12.15 बजे भीलवाड़ा से अयोध्या रवाना हुए। इससे पहले थाल और मुकुट की पूजा-अर्चना की गई। निर्माणी अखाड़ा से जुड़े महंत आशुतोष दास ने कहा कि अयोध्या में श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो रही है। मुझे भी निमंत्रण मिला है। ये सौभाग्य का विषय है। यहां से श्रीरामलला के लिए चांदी का थाल तथा हनुमान गढ़ी के हनुमानजी महाराज के लिए सीताराम जडि़त मुकुट ले जा रहे हैं। पौने दो किलो चांदी का मुकुट हनुमानजी महाराज को धारण करवाया जाएगा। सवा चार किलो वजनी थाल में श्रीरामलला के चल विग्रह की सेवा-पूजा होगी। रजत थाल पुराने भीलवाड़ा के मिट्ठूलाल स्वर्णकार से बनवाया गया।
भूमि पूजन में भीलवाड़ा से गई चांदी की ईंट
श्रीराम मंदिर का भूमिपूजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 अगस्त 2020 को किया था। तब भूमि पूजन में चांदी की पांच ईंटें रखी थीं। इसमें भी सवा किलो चांदी की एक ईंट भीलवाड़ा की थी। यह ईंट भी पूरणदासजी की बगीची के महंत आशुतोष दास लेकर गए थे।