भीलवाड़ा। मेवाड़ चेम्बर ऑफ कामर्स ऑफ इण्डस्ट्री के महासचिव आरके जैन ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा। इसमें कहा कि कोरोना की दूसरी लहर से हुए वित्तीय घाटे का पाटने में समय लगेगा। मुख्य रुप से मार्केट बन्द होने के कारण उत्पादन नहीं कर पाना व बकाया भुगतान विभिन्न केन्द्रों से प्राप्त नहीं होना है। व्यापारियों में तीसरी लहर का डर है। इस कारण उद्यमियों के पास तरलता की बड़ी समस्या है। कोरोना प्रभावित उद्योगों को संबल के लिए अगस्त 2020 से दिसम्बर 2020 तक कई रियायतें दी थी। सरकार ने ३० जून २०२१ तक लागू करने की घोषणा बजट में की थी। इसमें सेवा शुल्क व आर्थिक किराए की राशि एक मुश्त जमा कराने पर ब्याज में शत प्रतिशत की छूट, आवंटित भूखण्ड पर गतिविधि प्रारंभ करने में हुई देरी पर देय धारण प्रभार में 50 प्रतिशत छूट एवं भूखण्ड व उप विभाजित भूखण्ड के हस्तान्तरण पर देय शुल्क में 50 प्रतिशत छूट दी गई है। लेकिन टेक्सटाइल उद्योगों की हालत अभी ठीक नहीं होने से इस रीको एमनेस्टी स्कीम 2021 को 31 मार्च 2022 तक बढ़ाया जाए ताकि उद्यमियों को राहत मिल सके।