मिलने लगे ऑर्डर कपड़ा उद्यमी रमेश अग्रवाल का कहना है कि त्योहारी सीजन मई तक चलेगा। इसके चलते देश से कपड़े की मांग आने लगी है। मंदी से गुजर रहे कपड़ा व्यापारियों को कुछ काम मिलने लगा है। जॉब दरों में तेजी आई है। कपड़ा व्यापारियों का मानना है कि डेढ साल से टेक्सटाइल सेक्टर की हालत ठीक नहीं थे, लेकिन अब थोड़ा सुधार होने लगा है।
रतारपकड़ने लगा रेडिमेड उद्योग रेडिमेड गारमेंट सेक्टर में तेजी है। ब्रांडेड व अन्य रेडीमेड कपड़े बनाने वाली कपनियां भी अब भीलवाड़ा को ऑर्डर देने लगे हैं। इससे शहर में 100 से अधिक रेडीमेड उद्योग पर काम की रतारपकड़ने लगी है। देश की कई बड़ी कंपनियों के ऑर्डर मिलने से हालात में सुधार है। इसका मुय कारण त्योहारों व आने वाले शादी-विवाह के सीजन को देखते हुए ब्रांडेड व अन्य तरह के रेडिमेड कपड़े तैयार होने लगे है। रेडिमेड कपड़ों के व्यापार से जुड़े दुकानदारों का कहना है कि बाजार में लोग खरीदारी के लिए आ रहे हैं। लोग नए फैशन और अपनी पसंद के रंगों के कपड़ों की डिमांड कर रहे हैं।
संकट का बड़ा कारण बांग्लादेश के सियासी संकट व चीन व अन्य देशों से आ रहा सस्ता कपड़े ने भीलवाड़ा पर असर डाला। बांग्लादेश से नए ऑर्डर बंद हो गए। इससे स्पिनिंग व डेनिम का उत्पादन करने वाले उद्योगों को उत्पादन घटाना पड़ा। सप्ताह में एक दिन डेनिम उद्योग को बंद रखना पड़े थे।