कोरोना की दूसरी लहर के बाद से रोडवेज की कमाई ठप पड़ी थी। पहले लॉकडाउन और उसके बाद शादियों में मेहमानों की निर्धारित संख्या के कारण रोडवेज का यात्रीभार न के बराबर था। इससे कमाई दूर रोडवेज के लिए कर्मचारियों की पगार और डीजल निकालना मुश्किल हो रहा था। इससे रोडवेज आम दिनों की तरह आधी कमाई भी नहीं कर पा रहा था। एक सप्ताह में भीलवाड़ा आगार की आय १२ लाख तक पहुंच गई है। हालांकि आम दिनों की आय १५ लाख तक पहुंच जाती है। रोडवेज बस स्टैण्ड पर शुक्रवार को दिनभर यात्रियों की रेलमपेल नजर आई। कई बसें ओवरलोड गुजरी। टिकट खिड़कियों पर यात्रियों की कतार नजर आई।
कोरोना को मत भूलो, गलती पड़ सकती भारी
कोरोना की तीसरी लहर को लेकर सरकार के साथ आमजन आशंकित है। एेसे में रोडवेज प्रबंधन कमाई के फेर में अब भी लापरवाही बरत रहा है। गाइड लाइन के अनुसार निर्धारित संख्या से ज्यादा यात्रियों को नहीं बैठाया जा सकता। जबकि कई बसें ओवरलोड होकर यात्री खड़े होकर यात्रा कर रहे है। इन्हें रोकने की परिचालक जहमत नहीं उठा रहे। कोरोना को देखते हुए यह गलत है।
कोरोना की तीसरी लहर को लेकर सरकार के साथ आमजन आशंकित है। एेसे में रोडवेज प्रबंधन कमाई के फेर में अब भी लापरवाही बरत रहा है। गाइड लाइन के अनुसार निर्धारित संख्या से ज्यादा यात्रियों को नहीं बैठाया जा सकता। जबकि कई बसें ओवरलोड होकर यात्री खड़े होकर यात्रा कर रहे है। इन्हें रोकने की परिचालक जहमत नहीं उठा रहे। कोरोना को देखते हुए यह गलत है।
वर्जन
त्योहार पर अच्छी आय की उम्मीद है। रक्षाबंधन को देखते हुए यात्रीभार अच्छा चल रहा है। लोड फेक्टर ८५ प्रतिशत तक पहुंच गया है।
– अनिल पारीक, मुख्य प्रबंधक, भीलवाड़ा आगार ………..
फैक्ट फाइल ८५ प्रतिशत
लोड फैक्टर
त्योहार पर अच्छी आय की उम्मीद है। रक्षाबंधन को देखते हुए यात्रीभार अच्छा चल रहा है। लोड फेक्टर ८५ प्रतिशत तक पहुंच गया है।
– अनिल पारीक, मुख्य प्रबंधक, भीलवाड़ा आगार ………..
फैक्ट फाइल ८५ प्रतिशत
लोड फैक्टर
१२ लाख
रोजाना हो रही आय १०५ बसें
बेड़े में शामिल ३ दिन
कमाई की उम्मीद
रोजाना हो रही आय १०५ बसें
बेड़े में शामिल ३ दिन
कमाई की उम्मीद