लोकतंत्र के उत्सव पर सुबह ठिठुरती सर्दी में भी मतदाताओं ने उत्साह के साथ मतदान किया। हर मतदान केन्द्र पर सूरज की पहली किरण निकलने से पहले मतदाताओं की कतारें लग गई है। पहली बार ऐसा उत्साह देखा गया है कि महिलाएं और या बुर्जुग, युवा सभी मतदान करने को लेकर आतुर दिखे। सुबह नौ बजे तक तो मतदान केन्द्रों की जगह ही छोटी पड़ गई और सडक़ों तक कतारें पहुंच गई। मतदाताओं के अपार उत्साह को देखते ही बन रहा था। मतदान केन्द्र पर बुजुर्गों एवं दिव्यांग मतदाताओं को सहयोग स्काउट गाइड एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता करते नजर आए। बूथ पर मतदाता बाले कि मतदान कर सरकार चुनना हमारा अधिकार है। हम अपनी सरकार चुनेंगे ताकि राजस्थान में अच्छे नेतृत्व वाली सरकार बन सके। कई मतदाता केन्द्रों पर तो बुजुर्गो व दिव्यांगों को लकड़ी, व्हील चेयर या अपने परिजनों के सहारे मतदान केन्द्र तक लाया गया।