संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत के रिलीज को रोकने की मांग पर गांवों में आंदोलन तेज हो गया है। इस मांग को लेकर जिले का कोशीथल गांव के बाजार बुधवार को बंद रहे। ग्रामीणों ने भंसाली के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान रायपुर मार्ग पर लोगों ने जाम लगा दिया। दो युवक टावर पर चढ़ गए। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने समझाइश कर दोनों को टावर से नीचे उतारा। जिले में तीन दिन में टावर पर चढऩे की तीसरी घटना है।
READ: क्षत्राणियों ने पद्मावत के विरोध में मांगी इच्छा मृत्यु जानकारी के अनुसार करणी सेना, चावण्डा मित्र मण्डल, विश्व हिन्दू परिषद व शिव हिंगलाज के बड़ी संख्या में कार्यकर्ता कोशीथल बस स्टैण्ड पर एकत्र हुए। उसके बाद कस्बे के बाजार बंद करवा दिए गए। बड़ी संख्या में एकत्र हुए ग्रामीणों ने गंगापुर-रायपुर मार्ग पर जाम लगा दिया। भंसाली के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। गंगापुर व रायपुर थाना पुलिस वहां पहुंच गई। इस दौरान कुछ दूरी पर स्थित टावर पर किशनसिंह समेत दो युवक चढ़ गए। उनको कुछ देर समझाइश के बाद नीचे उतार लिया गया।
READ: तीन हजार की रिश्वत लेते ऊंखलियां सचिव गिरफ्तार समझाइश में पूर्व प्रधान मनोहरसिंह चूण्डावत व लादूलाल महता भी शामिल थे। दिनभर बंद के कारण लोग जलपान को तरस गए। मालूम हो, सोमवार को भीलवाड़ा में बस स्टैण्ड के निकट बीएसएनएल के साढ़े तीन सौ फीट ऊंचे टापर एक युवक चढ़ गया था। नौ घण्टे बाद उसे नीचे उतारा गया। उसके बाद मंगलवार को रायपुर क्षेत्र के नाहरी गांव में दो युवक टावर पर चढ़े थे।
गांवों तक पहुंचा फिल्म पद्मावत का विरोध
संजय लीला भंसाली की विवादित फिल्म पद्मावत के रिलीज को रोकने की मांग पर गांवों में आंदोलन तेज हो गया है। गांवों और ढाणियों में भी ग्रामीण भंसाली के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं। गांवों में जगह—जगह प्रदर्शन हो रहे हैं, जाम लगा रहे हैं। फिल्म के विरोध में पूरे देश में ऐसा ही माहौल है।
संजय लीला भंसाली की विवादित फिल्म पद्मावत के रिलीज को रोकने की मांग पर गांवों में आंदोलन तेज हो गया है। गांवों और ढाणियों में भी ग्रामीण भंसाली के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं। गांवों में जगह—जगह प्रदर्शन हो रहे हैं, जाम लगा रहे हैं। फिल्म के विरोध में पूरे देश में ऐसा ही माहौल है।